CHHAPRA: जिले के मढ़ौरा में पिछले दिनों हुई एनकाउंटर की घटना के रुख को मोड़ने की खतरनाक साजिश रची जा रही है. इस मुठभेड़ में अपराधियों ने दो पुलिसवालों को गोली मारकर शहीद कर दिया था जबकि एक जवान अभी भी पटना के पीएमसीएच में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. इस घटना के बाद सूबे के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी छपरा जाकर पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी और घटना में शामिल आरोपियों का जल्द पकड़ने का दावा किया.
पुलिस कर रही ताबड़तोड़ छापेमारी
घटना के बाद आरोपियों की धर पकड़ के लिए पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. खुद सूबे के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ कानून की कई धाराओं में मामला दर्ज करा दिया है. अब जैसे जैसे पुलिस की दबिश बढ़ रही है वैसे वैसे अपराधी भी इस घटना का रुख मोड़ने की कोशिश में लगे हैं. पुलिस ने घटना में उपयोग की हुई स्कॉर्पियो बरामद किया है. ये वही स्कॉर्पियो है जिसका इस्तेमाल कर अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया और दो पुलिसवालों को शहीद कर दिया.
यह नहीं था एनकाउंटर
मौके पर मौजूद लोग बताते हैं कि अपराधियों ने पुलिस को संभलने का मौका ही नहीं दिया. पुलिस जबतक कुछ समझ पाती तबतक अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर पुलिसवालों की जान ले ली. पुलिसवालों की तरफ से कोई फायरिंग नहीं हुई. जबतक पुलिसवाले कुछ समझ पाते तबतक अपराधी अपने खतरनाक मंसूबे को अंजाम देकर मौके से फरार हो चुके थे. अब पुलिस ने जांच के दौरान अपराधियों की उस गाड़ी को बरामद किया है जिस स्कॉर्पियो पर बैठकर अपराधी आए और पुलिसवालों को शहीद कर गए. लेकिन इस गाड़ी को देख यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपराधी किस कदर शातिर हैं और वो पुलिसिया जांच को भटकाने को लेकर किस तरीके से ब्रेन का इस्तेमाल कर रहे हैं.
आरोपियों ने खुद चलाई स्कॉर्पियो पर गोली
बरामद स्कॉर्पियो पर अपराधियों ने खुद से गोली चलाकर गाड़ी को कई जगह से नुकसान पहुंचाया है. अपराधियों ने बरामद गाड़ी पर गोली चलाकर कर जांच एजेंसियों को यह मैसेज देने की कोशिश की है कि यह सही में एक एनकाउंटर था जिसमें पुलिस की तरफ से भी गोली चलायी गई थी. जबकि सच्चाई इसके साफ उलट है. वहां सुनियोजित तरीके से अपराधियों ने दो पुलिसवालों को शहीद कर दिया. लेकिन आरोपियों की तरफ से कुछ अलग ही सच्चाई दिखाने की कोशिश की जा रही है.
स्कॉर्पियो की हो रही जांच
फिलहाल इस मामले में सात आरोपियों पर केस दर्ज कराया गया है. जिनमें पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष शामिल हैं साथ ही वर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष का भतीजा भी इस मामले में मुख्य आरोपियों में शामिल है. घटना में इस्तेमाल स्कार्पियो गाड़ी को बरामद किया जा चुका है. जिसकी विधि विज्ञान प्रयोगशाला के विशेषज्ञ गहराई से जांच कर रहे हैं. देखने से यह साफ लगता है कि उसे मुठभेड़ का रुप देने की साफ कोशिश की गई है साथ ही अपराधियों ने ही खाली गाड़ी के शीशे पर आगे से गोली चलाकर जानबूझकर गाड़ी को नुकसान पहुंचाया है.