RSS: ‘सोने की चिड़िया’ नहीं, भारत को अब ‘शेर’ बनना है, दुनिया को सिर्फ शक्ति की भाषा समझ आती है: मोहन भागवत Bihar News: हमेशा के लिए बदल जाएगी बिहार के इस जिले की तस्वीर, 106 योजनाओं पर खर्च होंगे ₹59 करोड़ Bihar News: 2020 विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार होंगे कम मतदाता, पिछली बार 2005 में हुआ था ऐसा INDvsENG: टेस्ट क्रिकेट में भारत ने बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 148 साल से नहीं हुआ था यह कारनामा Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज बारिश का अलर्ट, वज्रपात को लेकर भी IMD ने किया सावधान अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त
27-Apr-2020 07:38 AM
DELHI : राजस्व सेवा संघ ( आईआरएसए) के 51 अफसरों ने अमीरों पर इन्कम टैक्स बढ़ाने की सिफारिश की है। ताकि लॉकडाउन से प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारा जा सके। रिपोर्ट के सार्वजनिक होने पर केन्द्र सरकार ने नाराजगी जाहिर की है। सरकार ने कोरोना सेस से किनारा कर लिया है।
आईआरएसए की 'फोर्स 1.0' नाम की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक करोड़ रूपया से ज्यादा आमदनी वालों पर टैक्स 30फीसदी से बढ़ा कर 40 फीसदी कर दिया जाए या इसकी जगह 5 करोड़ से ज्यादा संपत्ति वालों पर वेल्थ टैक्स लगाया जाए। वहीं 10 लाख रुपया से अधिक आमदनी वालों पर 4 फीसदी नव टाइम कोरोना सेस लिया जाए।
रिपोर्ट के सार्वजनिक होने पर सीबीडीटी ने कहा है कि आईआरएसए से रिपोर्ट मांगी ही नहीं थी। अफसरों का सार्वजनिक तौर पर सुझाव देना अनुशासनहीनता है।इसकी जांच होगी। यह रिपोर्ट पूरे संघ की ओर से नहीं बनायी गयी है।