Mock Drill: युद्ध जैसे हालात हों तो कैसे रहें सुरक्षित? 7 मई को मॉक ड्रिल में मिलेगी हर जानकारी Bihar Politics: CM नीतीश के घर में चिराग दिखायेंगे ताकत...किया शंखनाद, बहुजन समागम करने का कर दिया ऐलान Bihar Politics: कभी वह दौर था जब लोग अपने घरों से निकलने में डरते थे...आज बिहार की छवि बदली, बिहारियों का सम्मान बढ़ा- HAM Bihar News: बिहार के लेखक की पुस्तक हार्वर्ड तक हुई चर्चित, अंबेडकर, इस्लाम और वामपंथ' ने विश्व पटल पर दर्ज की बौद्धिक उपस्थिति Mock Drill: 7 मई को यहां भी होगा 10 मिनट का ब्लैकआउट, जिला प्रशासन ने जारी किए निर्देश Bihar Bhumi: भूमि संबंधी समस्या-समाधान को लेकर कॉल सेंटर...हुआ करार, आपके लिए हेल्पलाइन नंबर है ...... Bihar Politics: BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज पर गरम हुए श्रवण अग्रवाल, नीतीश सरकार को बताया तानाशाह Bihar Politics: BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज पर गरम हुए श्रवण अग्रवाल, नीतीश सरकार को बताया तानाशाह Bihar Politics: 'नौवीं फेल को क्या पता पढ़ाई क्या होती है'...बिहार भाजपा का तेजस्वी यादव पर जोरदार प्रहार Mock Drill: मॉक ड्रिल के दौरान इस जिले में भी होगा ब्लैकआउट, प्रशासन ने लोगों से की खास अपील
06-May-2020 11:41 AM
PATNA : कोरोना संकट के इस दौर में पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल मेडिकल सर्विस दे रहा है. लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग तथा सैनिटाइजेशन का पूरा ख्याल रखते हुए ओपीडी सहित अन्य इमरजेंसी सेवाएं मरीजों को उपलब्ध करा रही है.हालांकि लॉकडाउन के कारण सिर्फ जरुरी मरीज ही अस्पताल पहुंच रहे हैं. जरूरत पड़ने पर अन्य दिनों की तरह ऑपरेशन भी किया जा रहा है. लॉकडाउन के दौरान 1 दिन भी हॉस्पिटल की कोई सेवाएं बंद नहीं की गई है.
इस बारे में हॉस्पिटल के रीजनल डायरेक्टर डॉक्टर तलत हलीम ने बताया कि हॉस्पिटल में प्रवेश करने के मुख्य द्वार पर ही मरीज तथा उनके परिजनों और हॉस्पिटल कर्मचारियों को सेनेटाइज किया जाता है. उसके बाद अस्पताल आने वाले हर व्यक्ति का हैड सेनेटाइज कराने के बाद ही अस्पताल के अंदर प्रवेश कराया जाता है. सोशल डिस्टेंसिंग क लिए कुर्सियों पर बैठने की व्यवस्था भी बदल दी गई .है एक कुर्सी छोड़कर दूसरी कुर्सी पर बैठने का निशान लगाया गया है.
यानी कि अस्पताल के गेट से लेकर बैठने तक के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है. काउंटर पर बैठे कर्मचारियों के सामने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए शीशा लगा दिया गया है. वहीं कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी कराने से पहले कैंसर मरीज डॉक्टर से दिखाते हैं. कुर्सी, टेबल, लिफ्ट को भी लगातार सेट किया जाता है. इसके लिए सफाई कर्मचारी अस्पताल में 24 घंटे तैनात रहते हैं.
वहीं सरकार के निर्देशानुसार यहां एक इमरजेंसी फ्लू कॉर्नर बनाया गया है, जहां बुखार वाले मरीजों का इलाज किया जाता है. हॉस्पिटल के फेसिलिटी डायरेक्टर डॉ अजय सिंह ने बताया किलॉकडाउन की इस अवधि में 3000 से अधिक ओपीडी की है और 600 से अधिक मरीजों का सफल इलाज करने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. इसके साथ ही 100 से ज्यादा सर्जरी लॉकडाउन की अवधि में की गई है. गंभीर बीमारी के इलाज के लिए 50 से अधिक मरीजों का रेडिएशन एवं 200 से अधिक मरीजों का कीमोथेरेपी भी किया गया है.