ब्रेकिंग न्यूज़

बेलागंज में इकरा हसन की चुनावी सभा: राजद प्रत्याशी डॉ. विश्वनाथ के लिए मांगा वोट, तेजस्वी यादव भी रहे मौजूद Advani Birthday: पीएम मोदी ने भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी से की मुलाकात, जन्मदिन की दी शुभकामनाएं; कहा- उनका जीवन राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित Advani Birthday: पीएम मोदी ने भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी से की मुलाकात, जन्मदिन की दी शुभकामनाएं; कहा- उनका जीवन राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित वजीरगंज में बसपा के रोड शो में उमड़ी भारी भीड़, जनसैलाब को देख गदगद हो गये चिंटू भैया, बोले..बदलाव निश्चित Bihar Election 2025: चुनावी सभा में पवन सिंह के नहीं पहुंचने पर बवाल, नाराज समर्थकों ने तोड़ी कुर्सियां; विपक्ष पर साजिश का आरोप Bihar Election 2025: चुनावी सभा में पवन सिंह के नहीं पहुंचने पर बवाल, नाराज समर्थकों ने तोड़ी कुर्सियां; विपक्ष पर साजिश का आरोप विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला का उद्घाटन कल, देश-विदेश से सैलानियों का आना शुरू 'विश्व रेडियोलॉजी दिवस' पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, विद्यार्थियों ने बनाई मनमोहक झांकियां 'विश्व रेडियोलॉजी दिवस' पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, विद्यार्थियों ने बनाई मनमोहक झांकियां Bihar Election 2025: ‘वो खुद पागल हो चुका है, दूसरों को क्या पागल बनाएंगे’, खेसारी लाल यादव पर पवन सिंह का पलटवार

सीएम नीतीश को सलाह देने वाले अधिकारी ने लिख डाली किताब, सरकार से प्रकाशन कि मांगी इजाजत

सीएम नीतीश को सलाह देने वाले अधिकारी ने लिख डाली किताब, सरकार से प्रकाशन कि मांगी इजाजत

19-Jan-2021 10:04 PM

PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लोक संवाद कार्यक्रम में पहुंचकर भूमि विवाद के मुद्दे पर महत्वपूर्ण सुझाव देने वाले बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सुबोध कुमार ने अब भूमि विवाद निराकरण पर किताब लिख डाली है। शेखपुरा के एसडीओ रहते मुख्यमंत्री के लोकसंवाद कार्यक्रम में जब सुबोध कुमार पहुंचे थे तब किसी को यह मालूम नहीं था कि वह बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। मुख्यमंत्री ने जब वह उनसे परिचय पूछा तब उन्होंने इसकी जानकारी दी कि वह शेखपुरा के एसडीओ हैं।  


मुख्यमंत्री को भूमि विवाद खत्म करने के लिए सुबोध कुमार ने जब सुझाव दिया तो तत्काल नीतीश कुमार ने उन्हें राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में ओएसडी के पद पर तैनात कर दिया। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में काम करते हुए सुबोध कुमार ने एक किताब लिख डाली। सुबोध कुमार की किताब का नाम 'भूमि विवाद निराकरण चैलेंज' है और अब उन्होंने इसके प्रकाशन के लिए सरकार से अनुमति मांगी है। 


सुबोध कुमार ने इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखा है। उन्होंने पुस्तक के प्रकाशन के लिए अनुमति मांगते हुए कहा है कि उन्होंने एक सरकारी अधिकारी की हैसियत से नहीं बल्कि एक आम जागरूक नागरिक की हैसियत से इस पुस्तक को लिखा है। साथ ही साथ इस पुस्तक में व्यक्त सारे विचार सुझाव को उन्होंने निजी बताया है। उन्होंने कहा है कि कार्यानुभव मैंने जो महसूस किया है उसे जनसाधारण के बीच क्षणिक विमर्श के लिए पुस्तक के माध्यम से प्रस्तुत कर रहा हूं, इसलिए इसके प्रकाशन की अनुमति दी जाए। उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है।