ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar weather update: बिहार में 23 जिलों में हीटवेव का अलर्ट, रोहतास सबसे गर्म; 7 जिलों में बारिश की संभावना, 16 मई तक रहेगा ‘हॉट डे’ Lucknow Bus Fire Accident: बिहार से दिल्ली जा रही बस में भीषण आग, 5 यात्री जिंदा जले, ड्राइवर-कंडक्टर भागे Bihar Librarian Recruitment: राज्य में 6500 पुस्तकालयाध्यक्षों की भर्ती, जानें वेतनमान और परीक्षा विवरण MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड

छोटी मछलियों पर कार्रवाई का दिखावा कर रफा-दफा हुई पटना की तबाही , बुडको और नगर निगम के छोटे अधिकारियों पर दिखावटी कार्रवाई

छोटी मछलियों पर कार्रवाई का दिखावा कर रफा-दफा हुई पटना की तबाही , बुडको और नगर निगम के छोटे अधिकारियों पर दिखावटी कार्रवाई

14-Oct-2019 09:05 PM

PATNA : नगर निगम और बुडको की छोटी मछलियों पर दिखावटी कार्रवाई कर नीतीश कुमार ने पटना में हुई भीषण तबाही को रफा दफा कर दिया. नगर निगम, बुडको और आपदा प्रबंधन विभाग में तैनात किसी बड़े अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. ये वही लोग थे जो पटना के डूबने के समय घरों में सोये पडे थे. लेकिन ऐसे सारे अधिकारियों की तैनाती नीतीश कुमार की पसंद से हुई थी, लिहाजा न उन पर कोई कार्रवाई होनी थी और न हुई.

छोटी मछलियों पर कार्रवाई का दिखावा


पटना में हुई तबाही पर नीतीश कुमार की बहुप्रचारित बैठक ने खोदा पहाड़-निकला चुहिया वाली कहावत को सही साबित कर दिया. कार्रवाई के नाम पर सरकार ने सिर्फ 6 सफाई निरीक्षक को सस्पेंड किया. कई छोटे अधिकारियों को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है. देखिये क्या था पटना की तबाही के वक्त मंजर और क्या हुई कार्रवाई

-पटना में जल निकासी के लिए 39 संप हाउस बुडको चलाता है. पटना जब डूब रहा था तो दो दिनों तक बुडको के सारे संप हाउस बंद थे. सरकार ने बुडको के एक चीफ इंजीनियर, दो अधीक्षण अभियंता, 8 कार्यपालक अभियंता, एक सहायक अभियंता को सिर्फ शो कॉज नोटिस जारी किया है.

-हास्पास्पद बात ये है कि बुडको के एक कार्यपालक अभियंता का ट्रांसफर कर कार्रवाई की बात कही जा रही है. सरकार ही कई दफे कह चुकी है कि ट्रांसफर कोई सजा नहीं होता

- बुडको के प्रबंध निदेशक पर सबसे ज्यादा आरोप लगे. लेकिन प्रबंध निदेशक की पोस्टिंग सीधे सीएम हाउस से हुई है. लिहाजा उन पर न कार्रवाई होनी थी और न हुई.

-पटना में बारिश के समय सारे नाले जाम थे. नगर निगम के 10 संप हाउस में से 8 बंद थे. नगर निगम में डीवाटरिंग मशीन था लेकिन उसका पाइप नहीं था जिससे वो काम कर पाता. जल निकासी के दूसरे उपकरण भी कबाडखाने में पड़े थे.

-तबाही के लिए मूल रूप से जिम्मेवार पटना के नगर आयुक्त को माना जा रहा है. लेकिन नगर आयुक्त की पोस्टिंग भी सीधे सीएम आवास से हुई लिहाजा उनका बाल बांका नहीं हुआ.

-नगर निगम पर सरकार ने हास्यास्पद कार्रवाई की है. गली मुहल्ले की सफाई कराने वाले 6 सफाई निरीक्षक को सस्पेंड किया गया है. इसके अलावा कंकडबाग और बाकीपुर अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी, सिटी मैनेजर, मुख्य सफाई निरीक्षक के साथ साथ 22 छोटे कर्मचारियों को शॉ कॉज नोटिस भेजा गया है.

-मौसम विभाग कागजात जारी कर चुका है कि उसने 19 सितंबर को पटना में भीषणतम बारिश की जानकारी राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के साथ साथ पटना के जिलाधिकारी को दे दी थी. मौसम विभाग लगातार अलर्ट देता रहा. वाहन चेकिंग के लिए सड़क पर दौडने वाले पटना के कमिश्नर, डीएम के साथ साथ पूरा आपदा प्रबंधन विभाग आराम से सोता रहा. लेकिन ये तमाम अधिकारी सीधे सीएम की पसंद बताये जाते हैं. सरकार ने उनकी ओर देखा तक नहीं.

रफा-दफा हो गयी तबाही की कहानी
पटना में पानी की तबाही ने कम से कम 10 हजार करोड़ का नुकसान पहुंचाया. 1 लाख से ज्यादा परिवारों को भारी क्षति हुई. सरकार ने 6 सफाई निरीक्षकों पर कार्रवाई कर इस तबाही की दास्तां को खत्म कर दिया.