बिहार में दर्दनाक हादसा: आग तापने के दौरान दम घुटने से दादी-पोती की मौत, मां की हालत गंभीर बिहार में दर्दनाक हादसा: आग तापने के दौरान दम घुटने से दादी-पोती की मौत, मां की हालत गंभीर Traffic Plan: बिहार के इस जिले में कलर कोडिंग के साथ ऑटो का परिचालन शुरू, ट्रैफिक रूल तोड़ना पड़ेगा भारी Traffic Plan: बिहार के इस जिले में कलर कोडिंग के साथ ऑटो का परिचालन शुरू, ट्रैफिक रूल तोड़ना पड़ेगा भारी Bihar Crime News : ‘कानून’ के नाम पर लूट! खुद को थाना कर्मी बता दुकानदार से वसूली करते पकड़े गए युवक; ग्रामीणों ने सिखाया सबक बिहार में जानलेवा बनी ठंड: बच्चे की मौत से हड़कंप, जिला प्रशासन पर उठ रहे सवाल बिहार में जानलेवा बनी ठंड: बच्चे की मौत से हड़कंप, जिला प्रशासन पर उठ रहे सवाल MHA Notification BSF : केंद्रीय गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला, BSF कांस्टेबल भर्ती में 50% कोटा; MHA ने जारी किया नोटिफिकेशन Indian Railways: भारतीय रेलवे की नई पहल: ‘एक देश, एक रेलवे, एक पहचान पत्र’ से कर्मचारियों के लिए देगा यह डिजिटल सुविधा Bihar Board Document Verification: इस दिन से बिहार बोर्ड में दस्तावेज सत्यापन होगा केवल ऑनलाइन, अब ऑफलाइन आवेदन बंद
24-Mar-2024 06:28 PM
By First Bihar
DESK: मोबाइल ने एक साथ चार लोगों की जान ले ली वही दो लोग जिन्दगी और मौत के बीच जुझ रहे हैं। दरअसर घर का पूरा परिवार रात में मोबाइल चार्ज में लगाकर सोया हुआ था तभी अचानक शॉर्ट सर्किट होने के बाद मोबाइल ब्लास्ट कर गया और चिंगारी बेड पर बिछे फोम के गद्दे पर जा गिरी जिससे भीषण आग लग गयी।
आग ने भयावह रूप धारण कर लिया जिसके कारण लोगों ने भागने का मौका नहीं मिला। इस भीषण अगलगी की घटना में घर में सो रहे 4 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गयी जबकि बच्चों के माता-पिता भी बुरी तरह झुलस गये। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है दोनों पति पत्नी जिन्दगी और मौत के बीच जुझ रहे हैं।
इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। हर कोई इसी घटना की चर्चा कर रहा है। घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ की है जहां पल्लवपुरम थाना इलाके के जनता कॉलोनी स्थित एक घर में मोबाइल चार्ज करते समय शॉर्ट सर्किट से बड़ा हादसा हो गया। घायल की पहचान मुजफ्फरनगर निवासी पेशे से मजदूर जॉनी और पत्नी बबीता के रूप में हुई है जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
जबकि मृत बच्चों की पहचान 10 साल की सारिका, 8 साल की निहारिका,6 साल का गोलू और 5 साल के कालू के रूप में हुई है जो घटना के वक्त कमरे में सोये हुए थे। घटना 23 मार्च की है बताया जाता है कि परिवार के सभी सदस्य एक दूसरे को बचाने के चक्कर में बुरी तरह झुलस गए थे। जिसमें चारों बच्चों की मौत हो गयी जबकि उनके माता-पिता बुरी तरह से घायल है। फिलहाल उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।