ब्रेकिंग न्यूज़

बेतिया में मिनीगन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार और उपकरण के साथ बाप-बेटा गिरफ्तार Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Aparajit Lohan : दुलारचंद हत्याकांड के बाद बदले गए नए ग्रामीण SP अपराजित कौन हैं ? इस खबर पढ़िए पटना के नए ग्रामीण एसपी की कहानी; आप भी जान जाएंगे क्या है काम करने का तरीका Ayodhya Temple : प्राण प्रतिष्ठा से अलग होगा राम मंदिर निर्माण का पूर्णता समारोह,जानिए क्या है ख़ास तैयारी Bihar Election 2025: आरजेडी उम्मीदवार भाई वीरेंद्र की प्रचार गाड़ी जब्त, चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन

Ministry of Education: केंद्र सरकार ने ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ को किया खत्म, इस क्लास के स्टूडेंट्स को लेकर बड़ा फैसला

Ministry of Education: केंद्र सरकार ने ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ को किया खत्म, इस क्लास के स्टूडेंट्स को लेकर बड़ा फैसला

23-Dec-2024 05:15 PM

By First Bihar

Ministry of Education: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए देश में 'नो डिटेंशन पॉलिसी' (No Detention Policy) को खत्म कर दिया है। इसका मतलब है कि अब कक्षा 5वीं और 8वीं में फेल होने वाले छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा। पहले, इस नीति के तहत सभी छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाता था, भले ही वे परीक्षा में फेल क्यों न हों।


फेल होने पर क्या होगा?

अब, अगर कोई छात्र कक्षा 5वीं या 8वीं की वार्षिक परीक्षा में फेल होता है, तो उसे दो महीने के भीतर दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। अगर वह दूसरी बार भी परीक्षा में पास नहीं होता है, तो उसे अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा।


क्यों लिया गया ये फैसला?

शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि इस नीति से छात्रों में पढ़ाई के प्रति लापरवाही बढ़ रही थी। छात्रों को बिना मेहनत किए अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाता था, जिससे उनकी पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा था। इस नए फैसले से छात्रों को कड़ी मेहनत करने और अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया जाएगा।


छात्रों को स्कूल से निकाला जाएगा?

शिक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि प्रारंभिक शिक्षा पूरी होने तक किसी भी छात्र को किसी भी स्कूल से नहीं निकाला जाएगा। अगर कोई छात्र फेल हो जाता है, तो उसे दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा और शिक्षक और अभिभावक मिलकर उसकी मदद करेंगे।


बता दें कि 2019 में शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई) में संशोधन के बाद 16 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों ने पहले ही इन दोनों कक्षाओं के लिए 'नो-डिटेंशन पॉलिसी' को समाप्त कर दिया था। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का यह फैसला शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाएगा। इससे छात्रों की पढ़ाई में सुधार आएगा और वे भविष्य में बेहतर नौकरियां पा सकेंगे।