ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: चाची को हुआ भतीजे से ऐसा प्यार, पति की मौजूदगी में मंदिर में रचा ली शादी; बोली- साथ जिएंगे साथ मरेंगे Bihar News: बिहार में बड़ा हादसा, तेज़ रफ्तार स्कॉर्पियो गंगा नदी में गिरी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Bihar News: बिहार में बड़ा हादसा, तेज़ रफ्तार स्कॉर्पियो गंगा नदी में गिरी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Khan Sir: खान सर ने दी दूसरी रिसेप्शन पार्टी, सिर्फ छात्राओं को एंट्री; क्यों नहीं पहुंचीं मिसेज खान? Khan Sir: खान सर ने दी दूसरी रिसेप्शन पार्टी, सिर्फ छात्राओं को एंट्री; क्यों नहीं पहुंचीं मिसेज खान? Bihar Crime News: बिहार में भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त, झारखंड से भेजी जा रही थी बड़ी खेप Mahayagya in Gayaji: गयाजी में श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ की पूर्व संध्या पर निकाली गई भव्य शोभा यात्रा, बड़ी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल Mahayagya in Gayaji: गयाजी में श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ की पूर्व संध्या पर निकाली गई भव्य शोभा यात्रा, बड़ी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल युवा-छात्र संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारी समिति की बैठक, बड़ी संख्या में युवा नेता हुए शामिल युवा-छात्र संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारी समिति की बैठक, बड़ी संख्या में युवा नेता हुए शामिल

BJP ने सरकार से की मांग, जातीय सर्वे की पंचायत-वार रिपोर्ट विधानसभा में करे पेश

BJP ने सरकार से की मांग, जातीय सर्वे की पंचायत-वार रिपोर्ट विधानसभा में करे पेश

04-Nov-2023 06:29 PM

By First Bihar

PATNA: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विधान मंडल के शीतकालीन सत्र में सरकार को जातीय सर्वे की पंचायत-वार रिपोर्ट और इस सर्वे के आधार पर तैयार होने वाले विकास मॉडल का प्रारूप सदन के पटल पर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर निकाय चुनाव में आरक्षण देने के लिए पिछले साल बिहार सरकार ने डेडीकेटेड अतिपिछड़ा आयोग गठित किया था। उसकी रिपोर्ट जारी नहीं हुई। वह रिपोर्ट भी विधान मंडल में प्रस्तुत की जानी चाहिए। 


उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना का श्रेय लूटने में लगे राजद-जदयू को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सकारात्मक वक्तव्य से तीखी मिर्ची लग रही है। वे भाजपा की छवि बिगाड़ने के लिए केंद्र की प्रतिकूल टिप्पणी की उम्मीद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार में जातीय सर्वे कराने का निर्णय उस एनडीए सरकार का था, जिसमें भाजपा के 14 मंत्री थे। उस समय राजद सरकार में नहीं था। 


सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार आज उस कांग्रेस के साथ हैं, जिसने कई दशकों तक केंद्र और राज्यों की सत्ता में रहने के बाद भी न जातीय जनगणना करायी, न पिछड़ों को आरक्षण दिया। उन्होंने बताया कि कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार ने 2015 में जातीय सर्वे कराया था। आठ साल से दबी उस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के लिए नीतीश कुमार क्यों नहीं राहुल गांधी से बात कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि तेलंगाना में केसीआर की सरकार ने भी जातीय सर्वे की रिपोर्ट जारी नहीं की।