India Pakistan: 'न्यूयॉर्क टाइम्स' ने खोली पाकिस्तान में हुई तबाही की पोल, आतंकियों से माफ़ी मांगते फिर रहे वहां के मंत्री Rahul Gandhi Bihar visit: राहुल गांधी के दौरे से पहले छात्रों को लौटाया जा रहा, कांग्रेस का पुलिस पर गंभीर आरोप Bihar News: बिहार के इस विश्वविद्यालय की काया पलट करने की तैयारी, करोड़ों के अनुदान के बाद मिलेंगी ये खास सुविधाएं Bihar News: बिहार पुलिस की जबरन वसूली और धमकाने का बढ़ता तांडव, कब तक सहेंगी आम जनता के ये जुल्म? Bihar Crime News: युवक का गला रेत सुनसान इलाके में फेंका, अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस Congress Turkey boycott video: तुर्की पर बहिष्कार के सवाल से कतराए कांग्रेस प्रवक्ता, वीडियो वायरल; बीजेपी ने बताया राष्ट्रविरोधी रवैया Bihar News: "जब रक्षक ही बन जाए भक्षक", पूर्णिया में दारोगा और सिपाहियों ने शख्स को लूटा, अब हुई गिरफ्तारी Bihar crime News: नौबतपुर में अपने गाँव के दालान में बैठा था प्रशांत, अचानक पहुंची Thar… और गोलियों से छलनी कर डाला! Tej Pratap Yadav: मालदीव जाने से पहले कोर्ट ने तेज प्रताप यादव से मोबाइल नंबर क्यों मांगा? जानिए क्या है पूरा मामला! Mithila Haat Bihar: मिथिला हाट की तर्ज पर अब बिहार के इन जिलों में भी हाट का निर्माण, सुविधाएं जान रह जाएंगे हैरान
23-Feb-2023 09:18 AM
By First Bihar
PATNA: बिहार सरकार के द्वारा मजदूरों का जॉब कार्ड रद्द कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि ज्यादातर जॉब कार्ड फर्जी या दोहरे थे. वही कुछ मजदुर राज्य से लंबे समय से बाहर हैं और पिछले तीन सालों में मनरेगा के तहत एक दिन भी काम नहीं किया है उनका भी जॉब कार्ड रद्द कर दिया गया है. बता दें राज्य में 39 लाख 36 हजार मनरेगा मजदूरों का जॉब कार्ड रद्द कर दिया गया है.
बता दें यह खुलासा मनरेगा के तहत बने जॉब कार्ड को आधार से लिंक करने के दौरान हुआ. जहां सबसे अधिक छह जिलों के जॉब कार्ड को रद्द किया गया है. जिसमें राजधानी पटना, वैशाली, समस्तीपुर, भागलपुर, भोजपुर और दरभंगा शामिल हैं. पता चला है कि कई मजदूरों ने इंदिरा आवास योजना या प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए जॉब कार्ड तो बना लिया था लेकिन उस कार्ड के आधार पर बीते तीन सालों में एक दिन भी मजदूरी नहीं की है.
आपको बता दें राज्य में 88 लाख 31 हजार जॉब कार्ड आधार से जोड़े गए मनरेगा मजदूरों की संख्या दो करोड़ 35 लाख थी. इसमें केवल 91 लाख 79 हजार मजदूर ही एक्टिव मिले. वही सूबे के कुल मनरेगा मजदूरों में 39 लाख 36 हजार ऐसे पाए गए जिनका जॉब कार्ड फर्जी, दोहरा या अन्य कारणों से योग्य नहीं था. इसके बाद इन्हें रद्द कर दिया गया. शेष जॉब कार्ड का सत्यापन चल रहा है. अभी और भी जॉब कार्ड रद्द होने की संभावना है.
नये प्रावधान के अनुसार ऐसे मजदूरों को ही मनरेगा के तहत किए गए कार्य का भुगतान होना है जिनका जॉब कार्ड आधार से लिंक है। सभी सक्रिय मजदूरों के कार्ड को आधार से लिंक करने की अनिवार्यता कर दी गई है, इसीलिए प्रदेश में अभियान के तौर पर यह काम किया जा रहा है.