Nawada Leelabigha firing: नवादा में ताबड़तोड़ फायरिंग और मारपीट,आपसी रंजिश में चली गोलियां, दो आरोपी गिरफ्तार Kesari Chapter 2: ‘केसरी चैप्टर 2’ 18 अप्रैल को रिलीज के लिए तैयार, एडवांस बुकिंग में धमाकेदार शुरुआत; अक्षय-अनन्या की जोड़ी मचाएगी तहलका Minor girl sold by parents : कौशाम्बी में मानवता शर्मसार...माता-पिता ने बेटी का 5 लाख में किया सौदा, किशोरी ने खुद बताई आपबीती गोपालगंज में दिनदहाड़े युवक को मारी गोली, बाइक सवार अपराधियों ने घटना को दिया अंजाम Bihar IPS Officers: बिहार से दिल्ली जा रहे 2 आईपीएस अफसर, बिहार सरकार ने किया रिलीज, जानें... Corrupt CO Bihar : बिहार सरकार के भ्रष्ट CO प्रिंस राज के घर छापेमारी में डिग्री फर्जीवाड़ा उजागर, पिता ने क्या कहा? Gaya development News: बिहार के इस जिले में 15.66 करोड़ में 102 योजनाओं का मंत्री ने किया शिलान्यास इस फोरलेन के बनने से कम होगी बिहार से झारखंड की दूरी, इन जिलों को भी मिलेगा फायदा National Herald: नेशनल हेराल्ड पर बोले डिप्टी सीएम सम्राट... “कांग्रेस ने देश को लूटा, आजादी के सेनानियों का किया अपमान” Success Story: बिना कोचिंग के बिहार की बेटी UPSC क्रैक कर बनीं IAS, दूसरे प्रयास में हासिल किया 208 रैंक
11-Oct-2023 07:38 PM
BUXAR: बिहार की सरकार में आरजेडी कोटे से मंत्री रहते हुए सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ कभी मोर्चा खोल दिया था। अपने बयानों के कारण आखिरकार सुधाकर सिंह को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बावजूद इसके सुधाकर सिंह नीतीश कुमार पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। सुधारकर सिंह ने एक बार फिर नीतीश पर जोरदार हमला बोला है और बताया है कि उन्होंने क्यों मंत्री पद छोड़ दिया था?
बक्सर के चौसा में निर्माणाधीन पावर प्लांट के समक्ष धरना पर बैठे किसानों के समर्थन में सभा को संबोधित करने पहुंचे सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला। सुधाकर ने कहा कि बिहार में आरजेडी की सरकार नहीं है बल्कि नीतीश कुमार की सरकार है, जो पिछले 18 साल से चल रही है।
सुधाकर सिंह ने कहा कि हमलोग दूल्हा का डोली ढोने वाले लोग हैं। उसमें हम भी 45 दिनों तक दूल्हा को डोली ढोए थे। हमने 45 दिन में इसलिए छोड़ दिया कि हमको मालूम था कि इस दूल्हे (नीतीश कुमार) को बहुत दिनों तक ढो नहीं पाएंगे।
वहीं जातीय गणना के आंकड़ों को लेकर उठ रहे सवाल पर सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना जरूरी था लेकिन जिस तरह से जातियों की संख्या कम और ज्यादा को लेकर कुछ लोग जिस तरह से राजनीति कर रहे हैं वह पूरी तरह से गलत है। जातीय गणना का मकसद यह नहीं की कौन ज्यादा है और कौन-कम है। इसका सिर्फ एक ही मकसद है कि समाज में पिछड़े हुए लोगों का कैसे उत्थान हो सके।