सीवान में मनचलों ने छेड़खानी के दौरान दो लड़कियों पर चाकू से किया हमला, हालत गंभीर गया में सिंदूर महायज्ञ ने रचा इतिहास: अब तक 8 करोड़ आहुतियाँ, विकास और सनातन पर जोर आरा में संत सम्मेलन का भव्य आयोजन, अजय सिंह ने धर्म-संस्कृति पर दिया जागरूकता का संदेश नीतीश की योजनाओं का क्रेडिट ले रहे तेजस्वी यादव, बोले मंगल पांडेय..लालू परिवार ने किसी का भला नहीं किया 26 जून के छात्र-युवा संवाद को लेकर भोजपुर से जागरूकता रथ रवाना, रथयात्रा से गांव-गांव तक जागरूकता अभियान की शुरुआत नीतीश के गृह क्षेत्र में मुकेश सहनी ने किया वादा, कहा..हमारी सरकार बनी तो निषाद के खाते में 3 महीने तक दिया जाएगा ₹5000 बम की धमकी से मचा हड़कंप: यूके से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट की सऊदी अरब में इमरजेंसी लैंडिंग Life Style: जब उम्मीद बाकी हो, तो कोशिशें चमत्कार कर सकती हैं; जानिए... राजा की कहानी परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली
24-Aug-2024 02:15 PM
By First Bihar
BHAGALPUR: भागलपुर में टूटे तटबंध का जायजा ले रहे जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर गंगा की तेज धार में बह गए। इस घटना के बाद साथ अन्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया हालांकि मौके पर मौजूद एसडीआरएफ की टीम ने उन्हें बचा लिया।
दरअसल, नवगछिया के गोपालपुर स्थित बिंद टोली में बाध टूटने के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। गंगा का पानी कई गांवों में फैल गया है और चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है। बिंदटोली में ध्वस्त हुए तटबंध का जायजा लेने के लिए जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की टीम पहुंची थी, तभी एक बड़ा हादसा हो गया।
तटबंध का मुआयना करने के दौरान कटिहार के मुख्य अभियंता अनवर जमील गंगा की तेज धार में बह गए। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद एसडीआरएफ की टीम ने चीफ इंजीनियर को गंगा मे डूबने से बचा लिया और उन्हें पानी से बाहर निकाला। फिलहाल वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
बता दें कि तटबंध टूटने के बाद इस इलाके में बाढ़ जैसे हालात हैं। सैकड़ों परिवार बेघर हो हए हैं और हजारों लोग अपना घर बार छोड़कर पलायन कर गए हैं। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के इंजीनियर और अन्य अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा बांध का निर्माण कराया गया था लेकिन करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद यह बांध ध्वस्त हो गया है और हजारों लोग बाढ़ की विभिषिका झेलने को विवश हो गए हैं।