ब्रेकिंग न्यूज़

भ्रष्ट इंजीनियर इनोवा गाड़ी में भरकर ला रहा था नोट..EOU की टीम पीछे-पीछे पहुंच गई घर, S.E. विनोद राय अरेस्ट..पत्नी पर केस, टंकी में छुपाकर रखा 39 लाख बरामद...12.50 लाख का अधजला करेंसी बरामद Bihar Ips Officer: बिहार कैडर के 1 IAS अधिकारी को प्रधान सचिव व दो IPS अफसरों को DG रैंक में प्रोन्नति, सरकार ने जारी की अधिसूचना Bihar DElEd Exam 2025: कल से शुरू होगी DElEd परीक्षा, इसे पहनकर गए तो सेंटर में नहीं मिलेगी एंट्री AIR INDIA : Air India की फ्लाइट अचानक लौटी वापस, मुंबई एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप BIHAR JOB : बिहार में इतने पोस्ट के लिए निकली ADEO की बहाली, यहां पढ़ें हर डिटेल्स सासाराम रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत एक्सप्रेस का भव्य स्वागत, ड्राइवर और गार्ड को लोगों ने खिलाई मिठाई, माला पहनाकर किया स्वागत EOU RAID : अधीक्षण अभियंता के घर पर रेड, EOU से बचने के लिए पत्नी ने जलाया नोटों का बंडल, फिर भी 35 लाख कैश...करोड़ों के जमीन के कागजात बरामद Governor salary in India: राज्यपाल की कितनी होती है सैलरी? जानें... कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती है इस पद पर Bihar Politics: मुंगेर में राहुल और तेजस्वी का भारी विरोध, आंबेडकर की प्रतिमा का करना था अनावरण,लेकिन नहीं रुका काफिला Becoming doctor in USA: बिना रेजिडेंसी अमेरिका में प्रैक्टिस कर सकते हैं भारतीय MBBS डॉक्टर? जानिए...पूरी डिटेल

विधान परिषद में बिफर पड़े स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय-मैं उस तरह का मंत्री नहीं हूं, ऐसे काम करने के लिए मंत्री नहीं बना हूं

विधान परिषद में बिफर पड़े स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय-मैं उस तरह का मंत्री नहीं हूं, ऐसे काम करने के लिए मंत्री नहीं बना हूं

30-Nov-2021 09:13 PM

PATNA: बिहार विधान परिषद में आज सूबे की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था पर सत्तारूढ़ पार्टियों के सदस्यों के हमले से ही बौखलाये मंत्री मंगल पांडेय को बोलना पड़ा कि वे उस तरह के मंत्री नहीं हैं सदस्य जो आरोप लगा रहे हैं वह सही नहीं है। वह इस तरह का काम करने के लिए मंत्री नहीं बने हैं। 


IGIMS की लचर हालत पर सवालों से मंत्री बौखलाये

दरअसल मामला पटना के IGIMS में स्वास्थ्य सेवा की लचर हालत का है। मंत्री मंगल पांडेय सत्तारूढ पार्टियों के विधान पार्षदों के सवालों पर ही बिफर गये। सदन में इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस IGIMS अल्ट्रासाउंड जांच की रिपोर्ट में काफी देरी होने का मामला उठा। MLC संजीव श्याम सिंह ने मरीज किरण देवी के नाम का हवाला देते हुए बताया कि IGIMS में अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट देने में 70 दिन लगाये जा रहे हैं। महिला ने सितंबर में जांच करायी थी लेकिन उसे रिपोर्ट देने के लिए नवंबर की तारीख दी गयी। जब जांच रिपोर्ट आने में ही 70 दिन लगेगा तो फिर इलाज क्या होगा।


संजीव श्याम सिंह ने जैसे ही ये मामला उठाया, जेडीयू के विधान पार्षद भी खड़े हो गये. गुलाम गौस और नीरज कुमार ने आईजीआईएमएस में की जा रही लापरवाही को बेहद गंभीर करार दिया. अपने ही गठबंधन के विधान पार्षदों को जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मरीजों की ज्यादा संख्या का दबाव होने के कारण देश भर के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों में ऐसी स्थिति होती है. फिर भी सदस्यों ने इस मामले को उठाया है तो वह इसे दिखवायेंगे। 


मैं ऐसा मंत्री नहीं हूं

मंत्री के जवाब से विधान पार्षद संतुष्ट नहीं हुए। संजीव श्याम सिंह ने कहा कि मंत्री जो जवाब दे रहे हैं वह टालने वाला है. इससे दोषी बच जायेंगे. अपने ही पाले के एमएलसी का आरोप सुनते ही मंगल पांडेय बिफर पड़े. उन्होंने सभापति को संबोधित करते हुए कहा- ये बात कार्यवाही से हटाई जाए. मैं उस तरह का मंत्री नहीं हूं. मैं किसी का बचाव करने के लिए मंत्री नहीं बना हूं. अगर किसी की गलती होगी तो उसे सजा दी जाएगी. इसके बाद मंगल पांडेय ने कहा कि वे पूरे मामले की जांच करायेंगे।