ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Weather Update: थमी बारिश, अब चढ़ेगा पारा! तापमान 40 डिग्री पार, गर्मी से बेहाल होंगे लोग Bihar cyber crime: साइबर अपराधियों का नया नेटवर्क उजागर, क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ठगी का पैसा भेजा जा रहा विदेश! Industrial Township Bihar: रोजगार और सुविधाओं का केंद्र बनेगा बिहार Ayush Mhatre: आयुष म्हात्रे ने पहले ही मैच में तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड, विस्फोटक बल्लेबाजी देख फैंस बोले “इसे अब तक बचाकर क्यों रखा था” बेतिया में ग्रामीणों का इंसाफ: गांव की लड़की से छेड़खानी करने वाले 2 मनचलों को जमकर पीटा, चेहरे पर कालिख लगाकर चप्पल से पिटाई का Video Viral Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धड़ल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश PBKSvsRCB: पंजाब किंग्स पर जीत के साथ विराट कोहली ने तोड़ डाला धोनी का यह बड़ा रिकॉर्ड, अब रोहित शर्मा की बारी Bihar News: चुनावी साल में केंद्र सरकार ने खोला खजाना, बिहार के लिए बनाया विकास का यह मेगा प्लान; जानिए..

लॉकडाउन में फंस गया बेटा, 1400 KM स्कूटी चलाकर घर लायी मां

लॉकडाउन में फंस गया बेटा, 1400 KM स्कूटी चलाकर घर लायी मां

10-Apr-2020 10:44 AM

DESK: लॉकडाउन के बीच बेटा आंध्रप्रदेश में फंस गया, लेकिन बेटे के लिए लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार नहीं कर सकी. महिला बेटे को लाने के लिए तेलंगाना से निकली और 1400 किमी स्कूटी चालकर बेटे को अपने घर लाई. 


महिला ने निजामाबाद से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के लिए सोमवार को निकलीं और बुधवार शाम को बेटे को लेकर घर आ गई है. एक साइड से दूरी 700 किमी है. लेकिन महिला ने हिम्मत नहीं हारी. रहिया बेगम ने कहा कि पति की मौत हो चुकी है. दो बेटे हैं. छोटा बेटा निजामुद्दीन नेल्लोर में था. इस बीच लॉकडाउन लग गया. बेटे की चिंता सता रही थी. 

दोस्त को छोड़ने गया और फंस गया

रजिया बेगम खुद एक स्कूल में प्रिंसिपल है कहा कि बेटा अपने दोस्त को छोड़ने के लिए गया था. लेकिन वह जाकर वहां पर फंस गया. मैंने मन में ठान लिया कि अब लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार नहीं करना है. वह रास्ते के लिए खाना पैक की और स्कूटी उठाकर चल दी. सुनशान रास्ते में डर भी लग रहा था लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी. रजिया ने लॉकडाउन के बीच कानून का पालन भी किया. उन्होंने अपनी पीड़ा अधिकारियों से बताई. कहा कि वह अपने बेटे का लाना चाहती है. इसको लेकर उससे परमिशन दिया जाए. प्रशासन ने पास जारी किया तो वह बेटे को लाने के लिए निकल पड़ी. वह बड़े बेटे को कोरोना संक्रमण के डर से नहीं जाने दी.