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15-Jul-2022 01:45 PM
DESK : देश में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में 20 हजार से ज्यादा नए मामले आए हैं. इस बीच नेजल स्प्रे को लेकर ये बड़ा दावा किया गया है. कोरोना मरीजों पर हुई रिसर्च में ये साबित हुआ है कि नेजल स्प्रे से कोरोना का वायरस नाक में ही खत्म हो रहा है. स्प्रे लेने वाले अधिकतर लोग कोविड जांच में निगेटिव मिले हैं. इसी साल फरवरी में सरकार से अनुमति लेने वाले इस नेजल स्प्रे को फैबी स्प्रे नाम से लॉन्च किया गया था.
फार्मा कंपनी ग्लेनमार्क ने क्लीनिक ट्रायल के परिणामों में यह दावा किया है कि कोरोना के खतरों से बचाने के लिए तैयार नेजल स्प्रे से 24 घंटे के भीतर वायरस का असर 94% तक कम हुआ है, जबकि 48 घंटे में 99% तक वायरस पर काबू पाया है. भारत में 20 जगहों पर कोरोना वायरस से संक्रमण के मध्यम लक्षण वाले 306 मरीजों पर इस स्प्रे का ट्रायल किया गया था. इन मरीजों में वैक्सीन लगवा चुके और वैक्सीन न लगवाने वाले, दोनों तरह के लोग शामिल थे.
ग्लेनमार्क की क्लीनिक डेवलपमेंट प्रमुख मोनिका टंडन ने बताया कि नेजल स्प्रे का कोरोना संक्रमित मरीजों पर देश के 20 अस्पतालों में परीक्षण हुआ. इस दौरान हल्के लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों (जिन्होंने टीका लिया) और बिना टीका लेने वाले कोरोना मरीजों को अलग-अलग समूह में रखा गया. एक को नेजल स्प्रे यानी नाक के जरिए नाइट्रिक ऑक्साइड दी गई, जबकि दूसरे समूह को एक प्लेसीबो दिया गया.नेजल स्प्रे का क्लीनिकल ट्रायल कोरोना के डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट के सर्ज के दौरान किया गया था.