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09-Apr-2024 07:09 AM
By First Bihar
DESK : आज यानी मंगलवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। आज से नौ दिनों तक माता का अनुष्ठान चलेगा। मान्यताओं के मुताबिक जो साधक सच्चे मन और श्रद्धा से माता की पूजा करते हैं, उनकी सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और माता उन्हें मनचाहा फल देती हैं।
9 अप्रैल को चैत्र माह की प्रतिपदा की तिथि है। घटस्थापना के साथ ही माता के नौ दिनों का अनुष्ठान आज से शुरू हो जाएगा। 9 अप्रैल को सुबह 6 बजे से 10 बजे तक कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है। पहले दिन कलश स्थापना के मुहूर्त का खास महत्व होता है। इस शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करने से माता प्रसन्न होंती हैं और भक्तों की सभी मनोकामना को पूरा करती हैं।
इस साल कलश स्थापना के दो शुभ मुहूर्त हैं, जो सुबह 06:11 से सुबह 10:23 बजे तक रहेगा। इस बीच जो लोग कलश स्थापना नहीं कर सके वो अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना कर सकते हैं। सुबह 11:32 बजे से 12:54 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना की जा सकती है। कलश स्थापना के साथ ही नवरात्रि के पर्व की शुरुआत हो जाएगी।
कलश स्थापना के लिए कलश के नीचे सप्तधान, जो या अरवा चावल और कलश में गंगाजल भरकर रखें। हल्दी, सुपारी, दूर्वा आदि डाल कर के आम का पल्लव और नारियल रखकर कलश स्थापित करें। कलश को चुनरी और लाल फूलों की माला से सजाएं। उसके बाद अखंड ज्योति जलाकर नवरात्रि पर्व की शुरुआत करें।
नौ दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान में पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है। श्रद्धालु लाल या गुलाबी वस्त्र धारण कर कलश की स्थापना करें। माता को गाय के घी से मनी मिठाई को भोग लगाएं। गुडहल, कनेर और अपराजिता के पुष्प से मां दुर्गा को अर्पित करें। इससे माता प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामना को पूर्ण करती हैं।