ब्रेकिंग न्यूज़

Patna Traffic: यदि आपको भी जाना है गाँधी मैदान तो ध्यान दें ...; इन रास्तों पर नहीं मिलेंगी ऑटो-बसें; सरकार ने जारी किया आदेश Bihar government land : बिहार में सरकारी जमीन के निजी हस्तांतरण पर सख्त रोक, भू-माफिया और भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश Bihar News: बिहार में स्टील प्लांट और इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने का प्रस्ताव पेश, जानिए सरकार का प्लान Patna News: तेजस राजधानी एक्सप्रेस में सीट विवाद, पूर्व रेलवे अफसर और भतीजी घायल Patna News: क्या आपकी दुकान या मकान भी पटना की सड़क के पास है, तो अब देना होगा इतना गुना टैक्स? जानिए पूरी डिटेल दरभंगा में 22 दिसंबर तक स्कूल बंद, कपकपाती ठंड को देखते हुए डीएम ने लिया फैसला बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: बेगूसराय में जमीन के लिए किसान को मारी गोली, हालत गंभीर सारण की अंजली कुशवाहा ने रचा इतिहास, प्रथम प्रयास में BSPHCL परीक्षा में बालिका वर्ग में सर्वोच्च स्थान सारण में आपसी विवाद में महिला पर हमला, इलाज के दौरान मौत, पति ने पट्टीदारों पर हत्या का लगाया आरोप BIHAR: चर्चित सजल अपहरण कांड का खुलासा, मास्टरमाइंड निकला साथ रहने वाला डॉक्टर

2020 में चंद्रयान-3 लॉन्च करेगा ISRO, पहले से कम होगी लागत

2020 में चंद्रयान-3 लॉन्च करेगा ISRO, पहले से कम होगी लागत

01-Jan-2020 08:16 AM

DELHI: साल 2020 में इसरो चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च करेगा. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि 2020 में भारत चंद्रयान-3 को लॉन्च करेगा. उन्होंने कहा कि इस अभियान पर चंद्रयान-2 से कम लागत आएगी. इसके साथ ही चंद्रयान-2 को निराशा करार देने को मंत्री जितेंद्र सिंह ने गलत बताया. उन्होंने कहा कि यह चंद्रमा के सतह पर उतरने की भारत की पहली कोशिश थी और कोई देश पहली कोशिश में ऐसा नहीं कर सका.


मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि, लैंडर और रोवर मिशन के 2020 में होने की बहुत संभावना है. उन्होंने कहा है कि चंद्रयान-2 मिशन को नाकाम नहीं कहा जा सकता, क्योंकि हमने इससे काफी कुछ सीखा है. उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रयान-2 से मिले अनुभव और बुनियादी ढांचा चंद्रयान-3 की लागत को कम करेगा.


आपको बता दें कि चंद्रयान और चंद्रयान-2 मिशन पर इसरो काम कर चुका है. चंद्रयान में सिर्फ एक ऑर्बिटर को चांद तक भेजा गया था, वहीं चंद्रयान-2 में ऑर्बिटर के साथ लैंडर और रोवर भी भेजे गए थे. लैंडर को चांद की सतह पर लैंड कराना था लेकिन क्रैश लैंडिंग के कारण उस मिशन का यह हिस्सा सफल नहीं हो सका था. हालांकि, ऑर्बिटर अब भी चांद की कक्षा में चक्कर काट रहा है और अपना काम सही से कर रहा है.