शहादत को सलाम: बिहार के लाल का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, शहीद को नम आंखों से दी गई विदाई शहादत को सलाम: बिहार के लाल का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, शहीद को नम आंखों से दी गई विदाई Bihar News: मासूम बेटे के साथ घर से निकली थी महिला, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar News: मासूम बेटे के साथ घर से निकली थी महिला, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में शराब की बड़ी खेप जब्त, पुलिस की कार्रवाई से शराब तस्करों में हड़कंप Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में शराब की बड़ी खेप जब्त, पुलिस की कार्रवाई से शराब तस्करों में हड़कंप Bihar Crime News: बिहार में छापेमारी करने पहुंची उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दो पुलिसकर्मी घायल Bihar Crime News: बिहार में छापेमारी करने पहुंची उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दो पुलिसकर्मी घायल Katihar News: मखाना निकालने को लेकर आदिवासी समुदाय के बीच जमकर मारपीट, तीर-धनुष से किया हमला; दोनों पक्ष के कई लोग घायल Bihar Crime News: बिहार में दिल को दहला देने वाली वारदात, बच्चे की हत्या कर शव को जलाया; गांव में दहशत का माहौल
02-Sep-2025 01:29 PM
By First Bihar
World Coconut Day: हर साल 2 सितंबर को विश्व नारियल दिवस (World Coconut Day) मनाया जाता है। नारियल भारतीय संस्कृति में न केवल शुभ माना जाता है, बल्कि इसका स्वास्थ्य के लिए भी बड़ा महत्व है। नारियल पानी, नारियल तेल और सूखा नारियल – तीनों ही सेहत के लिए लाभकारी माने जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि नारियल पानी किसी की जान भी बचा सकता है? आज हम आपको एक ऐसा ही चौंकाने वाला किस्सा बताते हैं, जब युद्ध के मैदान में नारियल पानी ने खून की जगह ली और कई सैनिकों की जान बचाई।
यह घटना द्वितीय विश्व युद्ध और वियतनाम युद्ध के दौरान की है। उस समय युद्ध के मैदान में घायल सैनिकों को खून की सख्त जरूरत होती थी, लेकिन वहां ब्लड बैंक, स्टोरेज और सुरक्षित ट्रांसफ्यूजन की सुविधा नहीं थी। ऐसे में डॉक्टरों को विकल्प की तलाश थी जिससे सैनिकों की जान बचाई जा सके। उष्णकटिबंधीय इलाकों में आसानी से मिलने वाला नारियल पानी इस स्थिति में उपयोगी साबित हुआ।
नारियल पानी एक प्राकृतिक चीज़ है जिसमें इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं और यह पूरी तरह साफ-सुथरा और संक्रमणमुक्त होता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि इसका रासायनिक संतुलन मानव रक्त के प्लाज्मा से काफी मेल खाता है। इसीलिए डॉक्टरों ने इसे नसों में चढ़ाने का जोखिम उठाया। यह प्रयोग सफल रहा और नारियल पानी ने आपात स्थिति में खून जैसा काम किया।
इस अनोखे प्रयोग के कारण नारियल पानी को "नेचर का IV ड्रिंक" कहा जाने लगा। यह प्रयोग खासतौर पर प्रशांत महासागर के द्वीपों में तैनात अमेरिकी और जापानी सैनिकों पर किया गया। बाद में वियतनाम युद्ध में भी इसका इस्तेमाल हुआ। इसने ऐसे समय में सैकड़ों सैनिकों की जान बचाई जब आसपास खून उपलब्ध नहीं था।
हालांकि नारियल पानी खून का स्थायी विकल्प नहीं है, लेकिन आपात स्थिति में यह एक अस्थायी जीवन रक्षक उपाय साबित हुआ। ‘अमेरिकन जर्नल ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन’ में भी इस प्रयोग का उल्लेख है, जो इसे चिकित्सा इतिहास में एक अनोखा और प्रेरणादायक उदाहरण बनाता है। World Coconut Day के मौके पर यह कहानी हमें याद दिलाती है कि प्रकृति के साधारण तत्व भी असाधारण परिस्थितियों में चमत्कार कर सकते हैं।