समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
11-Feb-2025 09:56 AM
PCOS Diet: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) महिलाओं में एक आम हार्मोनल समस्या है, जो शरीर के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करती है। पीसीओएस में ओवरीज में छोटे सिस्ट बन जाते हैं, जिससे अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना, मुंहासे और बालों का झड़ना जैसी समस्याएं होती हैं। इसके अलावा, इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। पीसीओएस को मैनेज करने के लिए दवाओं के साथ-साथ सही डाइट का ध्यान रखना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। कुछ फूड्स ऐसे होते हैं, जो पीसीओएस के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं और इसे और गंभीर बना सकते हैं। जानिए कौन सी 5 चीजें हैं जिन्हें पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को नहीं खाना चाहिए।
1. शुगर और मीठी चीजें
पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को शक्कर और मीठे फूड आइटम्स से दूर रहना चाहिए। मीठे खाद्य पदार्थ जैसे केक, पेस्ट्री, और सोडा इंसुलिन लेवल को बढ़ाते हैं, जो पीसीओएस के लक्षणों को और गंभीर बना सकते हैं। इसके बजाय, प्राकृतिक मिठास वाले फल जैसे सेब या बेरीज खा सकते हैं, लेकिन इनका सेवन भी सीमित मात्रा में करना चाहिए।
2. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स जैसे सफेद ब्रेड, सफेद चावल और मैदा पीसीओएस के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ये खाद्य पदार्थ शरीर में तेजी से ग्लूकोज का स्तर बढ़ाते हैं, जिससे इंसुलिन का स्तर भी बढ़ जाता है। इसके बजाय, साबुत अनाज जैसे ओट्स, क्विनोआ और ब्राउन राइस का सेवन करें, जो धीरे-धीरे पचते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखते हैं।
3. प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड
प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड्स में आमतौर पर ज्यादा नमक, शुगर और अनहेल्दी फैट्स होते हैं, जो शरीर में सूजन पैदा कर सकते हैं और हार्मोनल असंतुलन को बढ़ा सकते हैं। पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को चिप्स, इंस्टेंट नूडल्स, पैकेज्ड स्नैक्स जैसे फूड्स से बचना चाहिए। इसके बजाय, ताजे फल और सब्जियां, और हेल्दी फूड्स का सेवन करना चाहिए।
4. ट्रांस फैट और अनहेल्दी फैट्स
ट्रांस फैट्स जैसे तले हुए खाद्य पदार्थ, फास्ट फूड्स और मार्जरीन पीसीओएस के लक्षणों को और बढ़ा सकते हैं। ये शरीर में सूजन को बढ़ावा देते हैं और इंसुलिन रेजिस्टेंस को और खराब करते हैं। इसके बजाय, हेल्दी फैट्स जैसे एवोकाडो, ऑलिव ऑयल और नट्स का सेवन करें, जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।
5. कैफीन और अल्कोहल
अत्यधिक कैफीन का सेवन पीसीओएस के लक्षणों को बढ़ा सकता है। कैफीन शरीर में कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) के स्तर को बढ़ाता है, जो हार्मोनल असंतुलन को बढ़ा सकता है। वहीं, अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन लिवर के कार्य को प्रभावित कर सकता है और हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकता है। इसलिए, पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को कैफीन और शराब का सेवन सीमित करना चाहिए।
निष्कर्ष
पीसीओएस को मैनेज करने के लिए सही डाइट बेहद जरूरी है। सही आहार से पीसीओएस के लक्षणों को कम किया जा सकता है। ऊपर बताए गए फूड्स से परहेज करके और हेल्दी डाइट अपनाकर महिलाएं पीसीओएस को प्रभावी रूप से नियंत्रित कर सकती हैं। किसी भी सवाल या परेशानी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
Disclaimer: लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है, और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।