ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: अब 24 घंटे में बनेगा ड्राइविंग लाइसेंस, परिवहन मंत्री श्रवण कमार ने एजेंसी को दिये सख्त निर्देश वैशाली में मानव तस्करी और देह व्यापार का खुलासा, दो बहनों का रेस्क्यू, 5 गिरफ्तार बिहार: शहीद जवान अमिताभ बच्चन की प्रतिमा का अनावरण, पत्नी को नियुक्ति पत्र और 43 लाख की अनुग्रह राशि बिहार का दूसरा 'टारजन' दिलबर खान: 1 किलो दाल, 5 लीटर दूध और 50 रोटियों की खुराक से कर रहा हैरान करने वाले स्टंट बिहार पंचायत चुनाव 2026: आरक्षण और निर्वाचन प्रक्रिया पर निर्वाचन आयोग ने दी स्पष्ट जानकारी एक सिपाही ऐसा भी: घायल को कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया, लोगों के साथ-साथ पुलिस कप्तान ने भी की तारीफ Indian Railways New Rule : रेलवे ने बदला रिजर्वेशन चार्ट का नियम, अब टिकट स्टेटस मिलेगा 10 घंटे पहले IAS Removal Process: कैसे पद से हटाए जाते है IAS अधिकारी, संतोष वर्मा मामले से जानिए पूरी डिटेल Bihar News: अदना सा JE के पास आय से 1.46 करोड़ की अधिक संपत्ति, निगरानी टीम भ्रष्ट अभियंता के ठिकानों पर कर रही छापेमारी vigilance bureau bihar : 5,000 रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ ASI, निगरानी ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई

Pahalgam attack: पहलगाम हमले में पति की मौत पर टूटी पत्नी, बोली- वहां जाकर उजाड़ ली अपनी दुनिया

Pahalgam attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ के व्यापारी दिनेश मिरानिया की मौत हो गई। उनके परिवार की यात्रा के दौरान यह दर्दनाक हादसा हुआ।

Pahalgam attack, terrorist attack, Jammu and Kashmir, Dinesh Mirania, Chhattisgarh businessman, martyr status, demand from government, wife’s appeal, family, tragic incident, pilgrimage, Kashmir, inju

26-Apr-2025 03:28 PM

By First Bihar

Pahalgam attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ के व्यापारी दिनेश मिरानिया अपनी जान गंवा बैठे।


वह अपने पत्नी और दो बच्चों के साथ वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन और कश्मीर घूमने आए थे। हमले के वक्त दिनेश अपनी बेटी के साथ थे, जबकि पत्नी और बेटा उनसे अलग थे। घटना को याद करते हुए दिनेश मिरानिया की पत्नी ने कहा कि वहां जाकर मैंने अपनी पूरी दुनिया उजाड़ ली। उन्होंने अपने दिवंगत पति को शहीद का दर्जा देने की भी मांग की है।


उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाएं हमने सिर्फ फिल्मों और खबरों में देखी थीं, कभी सोचा नहीं था कि खुद इसका हिस्सा बन जाएंगे।" उन्होंने कहा कि दोपहर दो बजे तक परिवार को वहां से निकलना था, लेकिन बेटी कुछ एक्टिविटी करना चाहती थी, इसलिए रुकना पड़ा। हमले के समय वह वॉशरूम में थीं। उनका फोन और पर्स दिनेश के पास था और बेटी भी उन्हीं के साथ थी, जबकि बेटा अलग था। वॉशरूम से बाहर निकलते ही गोलियों की आवाज सुनाई दी। लोग चिल्ला रहे थे कि आतंकी हमला हुआ है।


उनके पास फोन नहीं था, इसलिए रास्ते में दूसरों से फोन मांगकर परिवार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन नेटवर्क नहीं मिल रहा था। किसी तरह बेटे से बात हुई, जिसने कहा, "मैं अकेला हूं, पापा और दीदी ऊपर ही हैं।" बेटे के साथ मिलकर उन्होंने अपनी बेटी और पति को ढूंढना शुरू किया। थोड़ी देर बाद अस्पताल के सामने उनकी बेटी मिल गई, जो खून से सने कपड़ों में थी और घायल थी। उसने बताया कि पापा को गोली लगी है। शाम करीब 7-8 बजे दिनेश मिरानिया का शव मिला। पत्नी ने भारी मन से कहा, "वहां जाकर मैंने अपनी पूरी दुनिया उजाड़ ली।"