ब्रेकिंग न्यूज़

मां बनी कसाई: 6 साल की बेटी को दी हिंदी बोलने की सजा, मराठी में बात नहीं करने पर घोंट डाला गला मुजफ्फरपुर में विधवा के साथ मारपीट, गहने और पैसे भी छीना, शिकायत करने पर थानेदार ने लगाई फटकार, कहा..'जहां जाना है जाओ Bihar News: बिहार को मिलने जा रही 10 हजार करोड़ की सौगात, दो सड़क और एक मेगा ब्रिज परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार Bihar News: बिहार को मिलने जा रही 10 हजार करोड़ की सौगात, दो सड़क और एक मेगा ब्रिज परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार लहे-लहे घोंट जा.. बिहार में देर रात तक चला ऑर्केस्ट्रा गर्ल का अश्लील डांस, ठुमके लगाते सरकारी शिक्षक का वीडियो वायरल लहे-लहे घोंट जा.. बिहार में देर रात तक चला ऑर्केस्ट्रा गर्ल का अश्लील डांस, ठुमके लगाते सरकारी शिक्षक का वीडियो वायरल Bihar News: जब-जब CO के 'भ्रष्टाचार' पर हुआ प्रहार- तब-तब अंचलाधिकारियों का 'संघ' हुआ बेचैन ! हद तो तब जब...रिश्वतखोर अफसर को बचाने पटना की सड़कों पर उतर गया था संघ, 'विजिलेंस' के खिलाफ राज्यभर के सीओ ने किया था प्रदर्शन Bihar News: मुंगेर के विकास को मिलेगी नई रफ्तार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने नौका विहार समेत कई सेवाओं का किया शुभारंभ Bihar News: मुंगेर के विकास को मिलेगी नई रफ्तार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने नौका विहार समेत कई सेवाओं का किया शुभारंभ मुजफ्फरपुर: शादी के 3 महीने बाद नवविवाहिता की संदिग्ध मौत, दहेज के लिए हत्या का आरोप

ऑपरेशन सिंदूर में सैनिकों को पिलाई थी चाय, 10 साल के श्रवण सिंह को राष्ट्रपति से मिला अवार्ड

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सैनिकों को चाय, दूध और बर्फ पहुंचाने वाले 10 वर्षीय श्रवण सिंह को वीर बाल दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' से सम्मानित किया।

delhi

28-Dec-2025 07:23 PM

By First Bihar

DESK: वीर बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ वितरित किया। इसी क्रम में पंजाब के फिरोजपुर जिले के 10 वर्षीय श्रवण सिंह को भी सम्मानित किया गया।


श्रवण सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना के जवानों को लॉजिस्टिकल सपोर्ट दिया था। 10 साल के इस बालक ने सैनिकों के लिए रोज़ाना दूध, चाय, छाछ और बर्फ जैसी आवश्यक चीजें पहुंचाईं। इसके लिए उन्हें वीर बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में पुरस्कार प्रदान किया।


श्रवण ने बताया, “जब सैनिक हमारे गांव आए और ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ, मैंने सोचा कि मुझे उनकी सेवा करनी चाहिए। मैं रोज़ाना उनके लिए दूध, चाय और बर्फ ले जाता था। मुझे पुरस्कार पाकर बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने कभी इसका सपना भी नहीं देखा था।”


श्रवण अपने परिवार के साथ चक तरन वाली गांव में रहते हैं। उन्होंने जान के खतरे के बावजूद सैनिकों को सीमा पार से होने वाले हमलों के दौरान जरूरी सामान पहुँचाने का पक्का इरादा किया। अपने परिवार को भी सैनिकों के लिए घर देने के लिए मना लिया, जो सीमा चौकी से अधिक दूर नहीं था।


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वीर बाल दिवस पर अन्य पुरस्कार विजेताओं के साथ श्रवण सिंह को भी सम्मानित किया। प्रधानमंत्री ने भी कार्यक्रम में भाग लेकर विजेताओं से मुलाकात की। भारत सरकार पूरे देश में वीर बाल दिवस के अवसर पर बाल वीरता और साहस को प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रम आयोजित कर रही है। कार्यक्रम में कहानी सुनाना, कविता पाठ, पोस्टर निर्माण और निबंध लेखन जैसी गतिविधियां शामिल हैं, जिनका उद्देश्य युवा पीढ़ी को इतिहास के वीर नायकों के अदम्य साहस और बलिदान के बारे में जागरूक करना है।