वैशाली में मानव तस्करी और देह व्यापार का खुलासा, दो बहनों का रेस्क्यू, 5 गिरफ्तार बिहार: शहीद जवान अमिताभ बच्चन की प्रतिमा का अनावरण, पत्नी को नियुक्ति पत्र और 43 लाख की अनुग्रह राशि बिहार का दूसरा 'टारजन' दिलबर खान: 1 किलो दाल, 5 लीटर दूध और 50 रोटियों की खुराक से कर रहा हैरान करने वाले स्टंट बिहार पंचायत चुनाव 2026: आरक्षण और निर्वाचन प्रक्रिया पर निर्वाचन आयोग ने दी स्पष्ट जानकारी एक सिपाही ऐसा भी: घायल को कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया, लोगों के साथ-साथ पुलिस कप्तान ने भी की तारीफ Indian Railways New Rule : रेलवे ने बदला रिजर्वेशन चार्ट का नियम, अब टिकट स्टेटस मिलेगा 10 घंटे पहले IAS Removal Process: कैसे पद से हटाए जाते है IAS अधिकारी, संतोष वर्मा मामले से जानिए पूरी डिटेल Bihar News: अदना सा JE के पास आय से 1.46 करोड़ की अधिक संपत्ति, निगरानी टीम भ्रष्ट अभियंता के ठिकानों पर कर रही छापेमारी vigilance bureau bihar : 5,000 रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ ASI, निगरानी ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई Oscar Shortlist Homebound: ऑस्कर 2026 के लिए शॉर्टलिस्ट हुआ 'होमबाउंड', करण जौहर के लिए गर्व का पल
01-May-2025 12:21 PM
By First Bihar
Nitin Gadkari: केंद्र सरकार ने बुधवार को देशव्यापी जाति जनगणना कराने का फैसला लिया है। इसे विपक्षी दल अपनी जीत बता रहे हैं, जबकि बीजेपी इसे समावेशी विकास का हिस्सा कह रही है। इसी बीच केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का नागपुर में दिया गया एक पुराना भाषण सोशल मीडिया पर फिर से चर्चा में आ गया है।
इस भाषण में गडकरी ने कहा था कि किसी भी व्यक्ति का मूल्य उसकी जाति, धर्म, भाषा या लिंग से नहीं, बल्कि उसके गुणों से तय होना चाहिए। उन्होंने दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके काम और प्रतिभा ने उन्हें दुनिया में सम्मान दिलाया।
गडकरी ने सभा में कहा कहा था कि मुझे बहुत जाति वाले लोग मिलने आते हैं। मैंने लगभग 50,000 लोगों के बीच कह दिया था| जो करेगा जात की बात, उसको कस के मारूंगा लात।" उन्होंने यह भी बताया कि उनके इस बयान पर कुछ मित्रों ने नाराजगी जताई थी, पर उन्होंने स्पष्ट किया था कि वो जातिवाद और जातिगत राजनीति के खिलाफ हैं।