ब्रेकिंग न्यूज़

vigilance bureau bihar : 5,000 रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ ASI, निगरानी ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई Oscar Shortlist Homebound: ऑस्कर 2026 के लिए शॉर्टलिस्ट हुआ 'होमबाउंड', करण जौहर के लिए गर्व का पल Bihar IPL Cricketers: बिहार के क्रिकेटरों की धाक! IPL में ईशान किशन से लेकर वैभव सूर्यवंशी तक; यहां देखें पूरी लिस्ट IIMC Vacancy: भारतीय जन संचार संस्थान में नौकरी पाने का मिल रहा सुनहरा अवसर, योग्य अभ्यर्थी समय रहते करें आवेदन.. नितिन नबीन को राष्ट्रीय फलक पर लाना बिहार की युवा पीढ़ी का सम्मान: सम्राट चौधरी Bihar News: बिहार के इस ग्रीनफील्ड फोरलेन का काम समाप्ति की ओर, जमीन की कीमतों में भारी बढ़ोतरी से स्थानीय लोग उत्साहित Education Department : पति-पत्नी को एक साथ मिला जिला शिक्षा पदाधिकारी का नोटिस, जानिए क्या रही वजह Bihar Bhumi: बिहार के सभी ADM-DCLR और CO को पटना बुलाया गया, भू स्वामियों की सहूलियत को लेकर डिप्टी CM विजय सिन्हा की बड़ी पहल Dhurandhar OTT Release: थिएटर के बाद ओटीटी पर रिलीज के लिए तैयार है ‘धुरंधर’, जान लें डेट BIHAR SCHOOL NEWS : बिहार की शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव, सरकारी स्कूलों की कमान अब कॉम्प्लेक्स रिसोर्स सेंटर के हाथ; जानिए क्या होगा फायदा

Iran-Israel: ईरान-इजराइल टकराव के बीच एक्शन में पुतिन, 15 से ज्यादा देशों को दी अहम सलाह

Iran-Israel: ईरान-इजराइल युद्ध के बीच पुतिन ने ओपेक+ के देशों को तेल बाजार में हस्तक्षेप न करने की सलाह दे दी है। कीमतें 75 डॉलर/बैरल, बाजार फ़िलहाल संतुलित।

Iran-Israel

21-Jun-2025 04:17 PM

By First Bihar

Iran-Israel: ईरान और इजराइल के बीच चल रहे तनावपूर्ण युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने शुक्रवार को सेंट पीटर्सबर्ग इकोनॉमिक फोरम में ओपेक+ के देशों को अहम सलाह दे दी है। उन्होंने कहा कि ईरान-इजराइल संघर्ष के कारण तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी अभी सहनशील है और तेल बाजार में तत्काल किसी हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है। पुतिन ने जोर देकर कहा कि बाजार अभी संतुलित है, और जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाना चाहिए।


पुतिन ने बताया कि तेल की कीमतें पहले 65 डॉलर प्रति बैरल थीं, जो अब 75 डॉलर तक पहुंच गई हैं। उनके मुताबिक, यह वृद्धि सामान्य है और ओपेक+ देशों को स्थिति का आकलन करने के लिए धैर्य रखना चाहिए। ओपेक+ समूह में अल्जीरिया, कांगो, इराक, कुवैत, नाइजीरिया, सऊदी अरब, यूएई, वेनेजुएला, मैक्सिको, ओमान, मलेशिया, ब्रुनेई, बहरीन, अजरबैजान, कजाखस्तान, दक्षिण सूडान, सूडान, गैबॉन, लीबिया और इक्वेटोरियल गिनी जैसे देश शामिल हैं, यह समूह वैश्विक तेल उत्पादन का लगभग आधा हिस्सा नियंत्रित करता है। पुतिन ने कहा, “हम सब मिलकर देखेंगे कि हालात कैसे आगे बढ़ते हैं। अभी कोई तात्कालिक प्रतिक्रिया की जरूरत नहीं है।”


ईरान ओपेक का तीसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है, फिलहाल वह इस युद्ध के कारण खतरे में है। इजराइल की ओर से ईरानी सैन्य और परमाणु ठिकानों पर लगातार हमले हो रहे हैं, जिससे तेल आपूर्ति बाधित होने का जोखिम बढ़ गया है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि संघर्ष और बढ़ा, तो तेल की कीमतें 200-300 डॉलर प्रति बैरल तक भी पहुंच सकती हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर महंगाई की सुनामी आ सकती है। पुतिन ने ओपेक+ देशों से संयम बरतने और धीरे-धीरे उत्पादन बढ़ाकर बाजार को स्थिर करने की अपील की है।


एक ओर रूस ईरान का रणनीतिक साझेदार है और उसने इजराइल के हमलों की निंदा की है, वहीं वह इजराइल के साथ भी संबंध बनाए रखना चाहता है। पुतिन ने ईरान-इजराइल के बीच मध्यस्थता की पेशकश भी की है, लेकिन यूक्रेन युद्ध में उलझे होने के कारण रूस सैन्य हस्तक्षेप से बच रहा है। उनका यह बयान तेल बाजार को स्थिर रखने की कोशिश के साथ-साथ वैश्विक कूटनीति में रूस की भूमिका को रेखांकित करता है। क्या पुतिन की यह सलाह तेल की कीमतों को नियंत्रित रख पाएगी, या मध्य पूर्व का युद्ध वैश्विक अर्थव्यवस्था को अस्थिर कर देगा? यह आने वाला समय ही बताएगा।