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16-May-2025 03:59 PM
By First Bihar
Bihar News: भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 41वीं बटालियन के जवानों ने विशेष खुफिया सूचना के आधार पर एक बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के तहत सशस्त्र सीमा बल की 'सी' कंपनी की विशेष गश्ती टीम ने नेपाल से भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने का प्रयास कर रहे एक बांग्लादेशी नागरिक को सीमा स्तंभ संख्या 90/1 के पास गिरफ्तार किया। यह स्थान भारतीय सीमा के भीतर लगभग 800 मीटर दूर स्थित है, और गिरफ्तार किया गया व्यक्ति पानीटंकी क्षेत्र के पास से पकड़ा गया।
गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिक की पहचान 26 वर्षीय मोहम्मद रीदोय खान के रूप में हुई है। वह बांग्लादेश के नाटोर जिले के ग्राम पाटिकाबाड़ी दोहरशोइला, डाकघर ईश्वरदी का निवासी है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने 12 नवम्बर 2024 को बांग्लादेशी पासपोर्ट और वीजा के साथ हवाई मार्ग से नेपाल की यात्रा की थी। नेपाल पहुंचने के बाद, वह काठमांडू के थामेल स्थित याशिन होटल में ठहरा था, जहां वह अन्य 20-25 बांग्लादेशी नागरिकों के साथ था।
आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह सर्बिया जाने के लिए नेपाल पहुंचा था, और इसके लिए उसने इमरान नामक एक व्यक्ति से संपर्क किया था। इमरान ने उसके पासपोर्ट और छह फोटो लेकर फर्जी वीजा का इंतजाम करने का दावा किया था, लेकिन बाद में उसने पासपोर्ट वापस करने से मना कर दिया और पैसे की मांग की। काठमांडू में ठहरने के दौरान, वह नेपाली युवती अरुणा मगर के संपर्क में आया, जो एक स्पा सेंटर में काम करती थी, और वह उसके साथ दो महीने तक रहा।
पासपोर्ट न होने के कारण, आरोपी राजेश नामक एक भारतीय व्यक्ति से जुड़ा, जो फ्री फायर ऑनलाइन गेम के माध्यम से उससे संपर्क में था। राजेश ने उसे भारत आने के लिए 2000 नेपाली रुपये भेजे और यात्रा की व्यवस्था की। 13 मई 2025 को मोहम्मद रीदोय खान काठमांडू से बस से काकरभिट्टा के लिए रवाना हुआ और अगले दिन सुबह करीब दस बजे वहां पहुंचा।
काकरभिट्टा पहुंचने के बाद, एक नेपाली गाइड ने उसे ऑटो-रिक्शा के माध्यम से भारतीय सीमा पार कर पानीटंकी मार्केट तक लाया और वहीं छोड़ दिया। एसएसबी की गश्ती टीम ने खुफिया सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पानीटंकी बस स्टैंड से आरोपी को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार व्यक्ति के पास से कोई भी आपत्तिजनक दस्तावेज, हथियार, या अवैध वस्तु बरामद नहीं हुई है। हालांकि, आरोपी ने अपनी पहचान की पुष्टि की और अपनी मां के मोबाइल नंबर के माध्यम से पासपोर्ट और जन्म प्रमाणपत्र की तस्वीरें साझा की। आरोपी ने यह भी दावा किया कि वह भारत में केवल 2-3 दिन रुकने के बाद नेपाल लौट जाएगा।
समाचार लिखे जाने तक, आरोपी की संयुक्त पूछताछ पूरी कर ली गई थी। उसे आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए थाना खोरीबाड़ी, जिला दार्जिलिंग को सौंपने की प्रक्रिया चल रही थी। इसके अलावा, सभी संबंधित खुफिया एजेंसियों को सूचित कर दिया गया है ताकि बड़े नेटवर्क की कड़ियां जोड़ी जा सकें और आवश्यकता पड़ने पर और कार्रवाई की जा सके।
एसएसबी और अन्य खुफिया एजेंसियों की सतर्कता की तारीफ की गई है, जो सीमाओं पर अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए रख रही हैं। नेपाल और बांग्लादेश के बीच सीमा पार अवैध गतिविधियों में बढ़ोतरी को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया गया है।
आरोपी के नेटवर्क और अन्य संदिग्ध गतिविधियों की जांच जारी है, ताकि इस प्रकार के अवैध प्रवेश को रोकने के उपायों पर काम किया जा सके। यह घटना सुरक्षा बलों की सतर्कता और कड़ी निगरानी का उदाहरण है, जो सीमाओं पर होने वाली अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार काम कर रही हैं। इस मामले की आगे की कानूनी कार्रवाई और खुफिया जानकारी के आधार पर बड़े नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।