India Banded Places: कौन हैं भारत के वह 6 स्थान, जहां भारतीयों का जाना है पूरी तरह बैन? जानिए.. India Banded Places: कौन हैं भारत के वह 6 स्थान, जहां भारतीयों का जाना है पूरी तरह बैन? जानिए.. Bihar News: बिहार में HIV पॉजिटिव मरीजों के लिए राहत भरी खबर, जल्द खुलेंगे पांच और नए ART सेंटर Bihar News: बिहार में HIV पॉजिटिव मरीजों के लिए राहत भरी खबर, जल्द खुलेंगे पांच और नए ART सेंटर Bihar News: बिहार में निवेश के खुलेंगे नए द्वार, मुंबई में उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल और स्विस इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स की हुई अहम बैठक Bihar News: बिहार में निवेश के खुलेंगे नए द्वार, मुंबई में उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल और स्विस इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स की हुई अहम बैठक Maruti Suzuki Swift CSD Prices: टैक्स फ्री हो गई भारतीयों की यह पसंदीदा कार, हैरान कर देगी बेस मॉडल की कीमत Maruti Suzuki Swift CSD Prices: टैक्स फ्री हो गई भारतीयों की यह पसंदीदा कार, हैरान कर देगी बेस मॉडल की कीमत Bihar News: हिजाब विवाद के बीच डॉक्टर नुसरत ने नहीं की नौकरी ज्वाइन, सरकार ने ले लिया बड़ा फैसला Bihar News: हिजाब विवाद के बीच डॉक्टर नुसरत ने नहीं की नौकरी ज्वाइन, सरकार ने ले लिया बड़ा फैसला
27-Mar-2025 01:32 PM
By KHUSHBOO GUPTA
HIV Crisis: एचआईवी रोकथाम और उपचार कार्यक्रमों के लिए अंतर्राष्ट्रीय फंडिंग में कटौती गंभीर संकट पैदा कर सकती है। गुरुवार (27 मार्च) को प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार एचआईवी रोकथाम और उपचार कार्यक्रमों के लिए अंतर्राष्ट्रीय फंडिंग में कटौती से 2030 तक 10 मिलियन से ज्यादा संक्रमण और लगभग तीन मिलियन मौतें हो सकती हैं। ये बात लैंसेट एचआईवी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कही गई है।
ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित बर्नेट इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं की ओर से किए गए अध्ययन में 2026 तक वैश्विक एचआईवी फंडिंग में अनुमानित 24 प्रतिशत की कमी के प्रभाव का विश्लेषण किया गया है। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और नीदरलैंड सहित प्रमुख दाताओं की ओर से 8 से 70 प्रतिशत की सहायता कटौती की घोषणा के बाद ये अध्ययन सामने आया है। आपको बता दें कि ये पांच देश वैश्विक एचआईवी सहायता का 90 प्रतिशत से ज्यादा फंडिंग करते हैं।
स्टडी के मुताबिक अगर अमेरिका और ब्रिटेन सहित शीर्ष पांच दाता देशों की ओर से प्रस्तावित फंडिंग कटौती को कम नहीं किया जाता तो 2025 से 2030 के बीच 4.4 से 10.8 मिलियन अतिरिक्त नए एचआईवी संक्रमण और 770,000 से 2.9 मिलियन मौतें हो सकती हैं। एचआईवी फंडिंग में दुनिया में सबसे ज्यादा योगदान देने वाले अमेरिका ने नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद 20 जनवरी को सभी सहायता रोक दी। अध्ययन के अनुसार एड्स राहत के लिए राष्ट्रपति की आपातकालीन योजना (PEPFAR) के नुकसान और बाकी फंडिंग कटौती की वजह से 2030 तक एचआईवी को खत्म करने की दिशा में प्रगति बाधित हो सकती है। एचआईवी फंडिंग में कटौती से दुनिया के लाखों लोगों की जान खतरे में है। इस स्टडी के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।