ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: निगरानी के हत्थे चढ़े शिक्षा विभाग के दो घूसखोर कर्मचारी, 50 हजार रिश्वत लेते धराए Bihar Crime News: मामा-भांजे ने रची लूट की झूठी कहानी, बीमा के पैसे हड़पने के लिए खेला बड़ा खेल; जानकर हर कोई हैरान 50 हजार का इनामी अपराधी शशि मेहता गिरफ्तार, 3 जिलों की पुलिस कर रही थी तलाश शादी में जा रही महिला का ऑटो में छूट गया गहनों से भरा थैला, इमानदार ऑटो चालक ने लौटाया, पुलिस ने भी निभाई जिम्मेदारी Bihar News: हेलीकॉप्टर से बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचा दूल्हा, बिहार की अनोखी शादी की हो रही खूब चर्चा Bihar News: हेलीकॉप्टर से बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचा दूल्हा, बिहार की अनोखी शादी की हो रही खूब चर्चा PATNA: राजस्व सचिव जय सिंह ने भूमि सुधार से जुड़े 5 अभियानों की समीक्षा की, अपर समाहर्त्ताओं को दिये ये निर्देश Bihar News: बिहार में दो दिन में दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक्शन से हड़कंप, DGP के निर्देश पर कार्रवाई Bihar News: बिहार में दो दिन में दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक्शन से हड़कंप, DGP के निर्देश पर कार्रवाई BIHAR: महनार पुलिस की लापरवाही आई सामने, मुख्य अभियंता हत्याकांड का आरोपी पुलिस कस्टडी से फरार

Food Adulteration: भोजन में मिलावट...बीमारियों की गारंटी!

Food Adulteration:आजकल बाजार में मिलने वाले खाद्य पदार्थों में मिलावट एक गंभीर समस्या बन चुकी है। ताजी सब्जियों में मौजूद घातक रसायन हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं। विशेष रूप से लिवर, पेट और हृदय पर इनका गंभीर प्रभाव पड़ता है,

मिलावट, Adulteration, घटिया खाना, Substandard Food, लिवर, Liver, मसाले, Spices, घातक रसायन, Hazardous Chemicals, रोग, Diseases, ताजी सब्जी, Fresh Vegetables, दूध, Milk, मानक अधिनियम 2006, Standard Act

07-Mar-2025 09:32 PM

By First Bihar


Food Adulteration:देशभर में खाद्य पदार्थों में मिलावट का गोरखधंधा चरम पर है। घटिया खाने से लेकर नकली मसालों और ताजे फल-सब्जियों में छिपे घातक रसायन लोगों के हेल्थ पर भारी पड़ रहे हैं।देश में बिकने वाला दूध भी मिलावट से अछूता नहीं। डिटर्जेंट, यूरिया और सिंथेटिक केमिकल्स के मिलाबट से दूध को गाढ़ा बनाया जाता है, जो शरीर के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता  है।


मानक अधिनियम 2006 के बारे में जान लीजिये 

खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत शुद्धता की सख्त प्रावधान हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। बाजारों में खुलेआम मिलावटी उत्पाद बिक रहे हैं, जबकि संबंधित विभाग मूकदर्शक बना हुआ है।

क्या करें आम जनता?

विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि ताजी सब्जियां और मसाले स्थानीय स्रोतों से लें, दूध की शुद्धता जांचने के पारंपरिक तरीकों का उपयोग करें और खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर सतर्क रहें। सरकार को भी कड़े कदम उठाने की जरूरत है ताकि आम जनता मिलावटमुक्त और सुरक्षित भोजन मिल सके ।

देशभर में खाद्य पदार्थों में मिलावट का गोरखधंधा जोरों पर है। ख़राब  खाने से लेकर नकली मसालों और ताजे फल-सब्जियों में छिपे घातक रसायन लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहे हैं।

लिवर और सेहत पर गहरा असर

विशेषज्ञों का कहना है कि मिलावटी मसाले और मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन लिवर पर सीधा असर डालता है। लंबे समय तक ऐसे पदार्थों का उपयोग गंभीर रोगों को न्योता देता है, जिनमें पेट संबंधी समस्याएं, कैंसर और हृदय रोग शामिल हैं।

अब दूध भी सुरक्षित नहीं!

देश में बिकने वाला दूध भी मिलावट से बचा  नहीं है। डिटर्जेंट, यूरिया और सिंथेटिक केमिकल्स के उपयोग से दूध को गाढ़ा बनाया जाता है, जो शरीर के लिए बेहद हानिकारक है|खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत शुद्धता सुनिश्चित करने के सख्त प्रावधान हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। बाजारों में खुलेआम मिलावटी उत्पाद बिक रहे हैं, जबकि संबंधित विभाग मूकदर्शक बना हुआ है।