Bihar Election 2025: बिहार पहुंचकर महागठबंधन पर बरसे मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, कर दिया यह बड़ा दावा Bihar Election 2025: बिहार पहुंचकर महागठबंधन पर बरसे मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, कर दिया यह बड़ा दावा Anant Singh : अनंत सिंह के जेल जाने के बाद अब मोकामा में ललन बाबु संभालेंगे कमान, बदल जाएगा मोकामा का समीकरण Bihar Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच कांग्रेस उम्मीदवार के घर पुलिस की रेड, जानिए.. क्या है पूरा मामला? ANANT SINGH : CJM कोर्ट में पेशी के बाद बेउर जेल रवाना हुए अनंत सिंह, 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजे गए 'छोटे सरकार' NEET Exam: भारत में मेडिकल एजुकेशन में बड़ा बदलाव, NEET नहीं...अब यह परीक्षा बदलेगी डॉक्टर बनने की पूरी प्रक्रिया; जानें डिटेल Anant Singh : अनंत सिंह को कोर्ट में पेश करने के लिए रवाना हुई बिहार पुलिस, दो अन्य आरोपी के साथ CJM के सामने होगी पेशी Anant Singh: अनंत सिंह के गिरफ्तार होते ही चर्चा में आए दोनों जुड़वा बेटे, जानिए कहां तक की है पढ़ाई और चुनाव लड़ने को लेकर क्या है विचार? Bihar Politics: बेगूसराय में राहुल गांधी, कन्हैया कुमार और मुकेश सहनी ने पोखर में लगाई छलांग, मछुआरों के साथ पकड़ने लगे मछलियां Bihar Politics: बेगूसराय में राहुल गांधी, कन्हैया कुमार और मुकेश सहनी ने पोखर में लगाई छलांग, मछुआरों के साथ पकड़ने लगे मछलियां
04-Jun-2025 05:07 PM
By First Bihar
Census 2026-27: भारत सरकार ने अगली जनगणना को दो चरणों में आयोजित करने की योजना बनाई है और इस बार जातीय आंकड़े भी इकट्ठे किए जाएंगे।
पहला चरण 1 अक्टूबर 2026 से और दूसरा चरण 1 मार्च 2027 से शुरू होगी | सूत्रों के अनुसार, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में जनगणना की शुरुआत पहले चरण में ही की जाएगी, ताकि मौसम और इलाकाई चुनौतियों को ध्यान में रखा जा सके। यह जनगणना सामाजिक न्याय और नीतियों के लिए डेटा आधारित योजनाएं तैयार करने में अहम भूमिका निभाएगी।
सूत्रों का कहना है कि देशभर में जनगणना और जातिगत गणना की प्रक्रिया 1 मार्च 2027 से शुरू होने की संभावना है, जबकि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड जैसे विशेष भौगोलिक परिस्थितियों वाले राज्यों में यह प्रक्रिया 1 अक्टूबर 2026 से ही शुरू की जा सकती है। यह निर्णय केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की उस घोषणा के कुछ हफ्ते बाद सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि कैबिनेट की राजनीतिक मामलों की समिति ने आगामी जनगणना में जातिगत आंकड़ों को शामिल करने की मंजूरी दे दी है।
अप्रैल में वैष्णव ने कहा था कि कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स ने आगामी जनगणना में जातिगत आंकड़े शामिल करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम है, जो समग्र राष्ट्रीय विकास के लिए जरूरी है। गौरतलब है कि कांग्रेस, INDIA गठबंधन और विभिन्न क्षेत्रीय दलों की ओर से देशव्यापी जातीय जनगणना की लगातार मांग की जाती रही है।
हाल ही में कांग्रेस-शासित कर्नाटक सरकार ने अपनी ओर से एक जाति सर्वे कराया, लेकिन वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों ने इस पर नाराज़गी जताई और कहा कि सर्वे में उनकी सही हिस्सेदारी को नहीं दर्शाया गया। बता दें कि भारत में जनगणना हर 10 साल में एक बार होती है ताकि नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) को अपडेट किया जा सके। हालांकि, 2021 में प्रस्तावित जनगणना कोविड महामारी के कारण स्थगित कर दी गई थी। अब माना जा रहा है कि जनगणना चक्र में भी बदलाव किया जा सकता है।