नीतीश सरकार का बड़ा कदम: बिहार में वर्ल्ड स्किल सेंटर मॉडल होगा लागू, युवाओं को मिलेगा विदेश जाने का मौका नीतीश सरकार का बड़ा कदम: बिहार में वर्ल्ड स्किल सेंटर मॉडल होगा लागू, युवाओं को मिलेगा विदेश जाने का मौका Orphan Child Support Scheme : अनाथ व बेसहारा बच्चों को सरकार का सहारा, इस योजना के तहत हर महीने मिल रहा 1 हजार रुपये R Srilekha IPS: कौन हैं पूर्व DGP आर श्रीलेखा? जिन्हें बीजेपी बना सकती है इस शहर का मेयर R Srilekha IPS: कौन हैं पूर्व DGP आर श्रीलेखा? जिन्हें बीजेपी बना सकती है इस शहर का मेयर Bihar Accident News: बिहार में बेकाबू ट्रक ने पांच लड़कों को रौंदा, दो की दर्दनाक मौत; तीन बुरी तरह घायल Bihar Accident News: बिहार में बेकाबू ट्रक ने पांच लड़कों को रौंदा, दो की दर्दनाक मौत; तीन बुरी तरह घायल Bihar News: बिहार में बिजली विभाग का गजब कारनामा, दो बल्ब जलाने पर भेज दिया साढ़े तीन लाख का बिल; कनेक्शन भी काटा Bihar News: बिहार में बिजली विभाग का गजब कारनामा, दो बल्ब जलाने पर भेज दिया साढ़े तीन लाख का बिल; कनेक्शन भी काटा Bihar Police : बिहार के इस IPS अधिकारी की पर्सनैलिटी बॉलीवुड हीरो जैसी, लोग Photos देख हुए दीवाने; अब पूछें रहे यह सवाल कि IPS या Film Star?
24-Jan-2025 02:58 PM
By Viveka Nand
Bihar Politics: देश में चुनाव खर्च में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. चुनाव खर्चीला होते जा रहा है. लोकसभा चुनाव 2019 में जहां 579 करोड़ 42 लाख रुपए खर्च हुए थे.वहीं 2024 में यह खर्च बढ़कर 824 करोड़ रू हो गया. यानि पांच सालों में 245 करोड़ की वृद्धि हो गई.
बिहार निर्वाचन आयोग की तरफ से बताया गया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में 579.42 करोड़ खऱ्च हुए थे. इस तरह से 40 लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 243 विधानसभा क्षेत्र का औसत व्यय 2 करोड़ 25 लाख था. वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 में 77462 मतदान केदो पर मतदान के संचालन पर 824 करोड रुपए खर्च हुए.यानि प्रति विधानसभा क्षेत्र का औसत व्यय 2 करोड़ 92 लाख रहा. इस प्रकार 5 वर्षों के अंतराल में प्रति विधानसभा औसत व्यय में 67 लाख रुपए (25 फ़ीसदी) की वृद्धि दर्ज की गई।
चुनाव आयोग की तरफ से बताया गया है कि चुनाव में वृद्धि की वजह मतदान कर्मियों का मानदेय 30- 40 फ़ीसदी बढ़ाया गया है. वाहनों के मुआवजे में भी 25 से 40 फ़ीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. वाहन ईंधन दर में 50% की वृद्धि हुई है. मतदान केंद्रों की संख्या में आठ फ़ीसदी की वृद्धि हुई है. अर्ध सैनिक बलों पर 70% अधिक खर्च किया जा रहा है. वेब कास्टिंग वाले मतदान केदो में 400 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है. मतगणना केंद्र, चेक पोस्ट पर 100 % सीसीटीवी की स्थापना हुई है, जिसमें खर्च बढ़ा है. 5 वर्षों के अंतराल के कारण सभी सामग्री में भी वृद्धि हुई है. मतदान केदो के डिस्पैच केंद्रों पर अलग-अलग टेंट शामियाना की व्यवस्था की गई है. 2019 की तुलना में 2024 में अधिक गर्मी में चुनाव संपन्न कराए गए, लिहाजा टेंट की व्यवस्था करनी पड़ी .
लोकसभा चुनाव 2024 में विधानसभा वार औसत खर्च 2 करोड़ 92 लाख रहा. इससे कम व्यय करने वाले 16 जिलों में शेखपुरा, बांका, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, सारण, कटिहार, सीतामढ़ी, वैशाली, अरवल, नालंदा, कैमूर, भोजपुर, समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी शामिल है.