Bihar News: एक गलती और कई दुकानें राख में तब्दील, लाखों की संपत्ति स्वाहा, कहीं आप भी तो नहीं करते यह भूल? मुंगेर में 5 मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार बनाते 3 कारीगर गिरफ्तार Bihar Crime: शराब तस्करों का पीछा करने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलटी, 2 पुलिसकर्मी घायल, तस्कर गिरफ्तार Bihar News: NH पर बालू लदे ट्रक में लगी भीषण आग, खबर मिलते ही मालिक को आया हार्ट अटैक Cricket News: “IPL में ये लोग छुट्टियाँ मनाने आते हैं”, कामचोर खिलाड़ियों पर बरसे सहवाग, बयान के बाद समर्थन में आए फैंस PBKSvsRCB: अंतिम चार ओवर में मात्र एक बाउंड्री, भुवी-हेजलवुड की जोड़ी के सामने नतमस्तक हुए पंजाब के बल्लेबाज बिहार में 2800 आयुष चिकित्सकों की होगी शीघ्र बहाली, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया ऐलान Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां हुईं तेज, EC जल्द शुरू करेगा BLA-2 के लिए विशेष प्रशिक्षण शादी में सियासत का तड़का: लालू यादव के गाने पर वरमाला के बाद अचानक झूमने लगा दूल्हा, अपनी शादी को बना लिया यादगार Anupama Yadav: भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव के खिलाफ थाने में केस दर्ज, जानिए.. क्या है मामला?
24-Jan-2025 12:20 PM
By KHUSHBOO GUPTA
Karnataka Cyber Crime: अब तक आपने किसी व्यक्ति के साथ साइबर फ्रॉड की खबर देखी और सुनी होगी। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि साइबर क्रिमिनल्स ने एक बैंक के ट्रांजैक्शन सिस्टम को ही हैक कर लिया। दरअसल कर्नाटक के विजयनगर जिले में एक बड़ी डिजिटल डकैती का मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हैकर्स ने प्रतिष्ठित बल्लारी जिला सहकारी केंद्रीय (बीडीसीसी) बैंक से ₹2.34 करोड़ चुरा लिए हैं। ये बैंक विजयनगर और बल्लारी जिलों में संचालित होता है। फिल्मी स्टाइल में डिजिटल डकैती की घटना को अंजाम दिया गया है।
साइबर क्रिमिनल्स ने बैंक के आरटीजीएस/एनईएफटी ट्रांजैक्शन सिस्टम को निशाना बनाया है। शुरुआती जांच से पता चला है कि 10 जनवरी 2025 को बीडीसीसी बैंक से आईडीबीआई बैंक में फंड के रेगुलर ट्रांसफर के दौरान, हैकर्स लेनदेन के लिए उत्पन्न XML फाइलों में अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड को बदलने में कामयाब रहे, जबकि बेनिफीशियरी के नाम वही रहे। जिसके कारण फंड इच्छित बेनिफीशियरी के बजाय भारत के विभिन्न उत्तरी राज्यों में 25 अलग-अलग अकाउंट्स में जमा की गई।
डिजिटल डकैती का ये बड़ा मामला तब सामने आया जब बैंक की कई शाखाओं ने बताया कि 10 जनवरी का आरटीजीएस ट्रांस्फर अभी तक लोगों के अकाउंट्स में नहीं पहुंचा है। बैंक की जांच से पता चला कि इस लेनदेन के दौरान ₹5 लाख से अधिक की रकम निकाली गई थी। बैंक मैनेजमेंट ने तुरंत आरटीजीएस/एनईएफटी सेवाओं को सस्पेंड कर दिया और होसापेटे टाउन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। साइबर क्राइम के इस मामले को बल्लारी सीईएन पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर कर दिया गया है। पुलिस ने आईटी अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस फिलहाल इस डिजिटल डकैती के मामले की जांच कर रही है।