ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR CRIME: स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड का खुलासा, पति-पत्नी और साली गिरफ्तार, अवैध संबंध बना घटना का कारण BIHAR CRIME: बीवी ने आशिक के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या, 20 लाख कैश और जमीन की लालच में रच दिया खौफनाक साजिश Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना फरहदा में कौशल युवा प्रोग्राम प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम, समाजसेवी अजय सिंह ने युवाओं को दिखाई सफलता की राह Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से 4 ग्रामीणों की मौत, आधा दर्जन लोग घायल, मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा

Success Story: गोलगप्पे बेचने वाले का बेटा बना IITian, संसाधनों की कमी के बावजूद कड़ी मेहनत से हासिल किया मुकाम

Success Story: जब सपने पक्के हों और इरादे मजबूत, तो हालात चाहे जैसे भी हों, मंज़िल मिल ही जाती है। ऐसा ही कुछ 19 वर्षीय हर्ष गुप्ता ने कर दिखाया है। जानिए... सफलता की कहानी!

Success Story

05-Jul-2025 02:33 PM

By First Bihar

Success Story: जब सपने पक्के हों और इरादे मजबूत, तो हालात चाहे जैसे भी हों, मंज़िल मिल ही जाती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है महाराष्ट्र के कल्याण के 19 वर्षीय हर्ष गुप्ता ने। एक साधारण पानीपुरी विक्रेता के बेटे हर्ष ने IIT Roorkee में दाखिला लेकर न सिर्फ अपने परिवार का सिर गर्व से ऊँचा किया है, बल्कि उन लाखों युवाओं को भी नई उम्मीद दी है, जो संसाधनों की कमी के कारण अपने सपनों से समझौता कर लेते हैं।


हर्ष का सफर आसान नहीं था। उनकी ज़िंदगी में एक समय ऐसा भी आया जब वे कक्षा 11वीं में असफल हो गए। साथियों ने मजाक उड़ाया, अपमानजनक ताने दिए गए।  "गोलगप्पे वाले का बेटा IIT जाएगा?" पर हर्ष ने उन तानों को सीढ़ी बनाया और खुद को साबित करने का ठान लिया।


उन्होंने दूसरी बार 12वीं की परीक्षा पास की, और फिर अपने सपनों की दिशा में अगला कदम उठाया — कोटा, जहां देशभर से छात्र JEE की तैयारी करने आते हैं। हर्ष के लिए कोटा का सफर आसान नहीं था। आर्थिक तंगी हर कदम पर चुनौती देती रही, लेकिन पिता का हौसला और मां की दुआएं उनके साथ थीं।


कोटा में हर्ष ने रोजाना 10–12 घंटे पढ़ाई की। उन्होंने खुद से एक वादा किया था। IIT में दाखिला लेना है, चाहे जो भी हो। उन्होंने पहले JEE Mains में 98.59 प्रतिशताइल स्कोर किया और फिर JEE Advanced भी पास किया। हालांकि, पहली बार उन्हें मनचाहा संस्थान नहीं मिला, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।


हर्ष ने एक साल और तैयारी की और आखिरकार उनका सपना IIT Roorkee में प्रवेश पाकर पूरा हुआ।


हर्ष कहते हैं, "असफलता किसी की पहचान नहीं होती, ये तो शुरुआत होती है एक नए रास्ते की। अगर आपके पास आत्मविश्वास है और सही दिशा में मेहनत करने का जुनून है, तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं होती। आज वे सिर्फ IITian नहीं हैं, बल्कि एक प्रेरणा हैं उन युवाओं के लिए जो यह मान बैठे हैं कि संसाधन नहीं हैं तो सफलता नहीं मिल सकती।


IIT Roorkee में दाखिला मिलने के बाद हर्ष का अगला लक्ष्य है UPSC की परीक्षा पास कर देश सेवा करना। वे चाहते हैं कि उनके दो छोटे भाई भी पढ़ाई में आगे बढ़ें और उनके जैसी ही सफलता हासिल करें। वे आज अपने परिवार की उम्मीद हैं और समाज के लिए प्रेरणादायक आदर्श।


यह कहानी बताती है कि ताने गिराने के लिए नहीं होते, बल्कि उड़ने की ताकत जगाने के लिए होते हैं। जब हालात कठिन हों, तब आपके हौसले की असली परीक्षा होती है। और हर्ष गुप्ता की तरह, अगर आप डटे रहें, तो कोई भी सपना दूर नहीं।