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15-Feb-2025 09:19 PM
By First Bihar
बीएसई सेंसेक्स के आंकड़ों के अनुसार, 5 फरवरी 2025 को कुल बाजार पूंजीकरण ₹42,80,3611.66 करोड़ था, जो अब घटकर ₹40,09,9281.11 करोड़ पर आ गया है। इसका मतलब यह हुआ कि केवल आठ दिनों में ही बाजार से 27 लाख करोड़ रुपये साफ हो चुके हैं।
गिरावट की प्रमुख वजहें – विदेशी निवेशकों की बिकवाली बनी सिरदर्द
विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह विदेशी निवेशकों (FIIs) द्वारा लगातार बिकवाली है। वैश्विक स्तर पर बाजार की कमजोर धारणा ने भी घरेलू निवेशकों का विश्वास हिला दिया है।
निवेशकों के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए?
* लॉन्ग-टर्म पर्सपेक्टिव रखें – बाजार में शॉर्ट-टर्म गिरावट से घबराने के बजाय मजबूत कंपनियों में निवेश बनाए रखें।
* बिग गिरावट पर खरीदारी का मौका – बाजार में गहराई से आई गिरावट लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए अच्छी एंट्री पॉइंट साबित हो सकती है।
* ग्लोबल फैक्टर्स पर नज़र रखें – अमेरिकी बाजार की हलचल, ब्याज दरों में बदलाव, और कॉर्पोरेट आय के नए आंकड़े बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।
बाजार में इस समय भारी उथल-पुथल है, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियाद और लॉन्ग-टर्म ग्रोथ पॉसिबिलिटी इसे जल्द संभाल सकती है। ऐसे में घबराने के बजाय स्मार्ट इन्वेस्टमेंट रणनीति अपनाने की जरूरत है। अब देखना यह होगा कि बाजार कब तक इस गिरावट से उबरता है।