ब्रेकिंग न्यूज़

अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त Bihar News: 351 फीट का अनोखा कांवर लेकर मुजफ्फरपुर पहुंचे शिवभक्त, बाबा गरीबनाथ धाम में करेंगे जलाभिषेक दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल कंकड़बाग में युवक पर चाकू से हमला, आपसी रंजिश का मामला; तीन आरोपी गिरफ्तार समाजसेवी अजय सिंह ने बाढ़ प्रभावित जवैनिया गांव का किया दौरा, राहत सामग्री का किया वितरण

रिजर्व बैंक की सोने की खरीदारी में लगातार बढ़ोतरी: 2024 में 2.8 टन और पिछले साल 72.6 टन सोना खरीदा

अस्थिर आर्थिक माहौल और रुपये में कमजोरी के बावजूद, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सोने के भंडार में लगातार बढ़ोतरी की दिशा में कदम उठाए हैं।

reserve bank gold

25-Feb-2025 02:54 PM

By First Bihar

जनवरी 2024 में आरबीआई ने 2.8 टन सोना खरीदा, जबकि पिछले साल 2023 में उसने 72.6 टन सोना खरीदा था। इस प्रकार, केंद्रीय बैंक के विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) में सोने की हिस्सेदारी बढ़कर 11.3% हो गई है, जो पिछले साल के मुकाबले 7.7% थी।

आरबीआई द्वारा किए गए इस कदम का सीधा असर भारतीय अर्थव्यवस्था और वैश्विक बाजार पर देखा जा सकता है। जब एक देश का केंद्रीय बैंक सोने का भंडार बढ़ाता है, तो इसका मतलब होता है कि वह आर्थिक अनिश्चितताओं से बचने और मुद्रा संकट की स्थिति में मजबूत स्थिति बनाने के लिए तैयारी कर रहा है। खासकर उस समय, जब रुपये में गिरावट आ रही हो और वैश्विक बाजार में अस्थिरता हो।

रिजर्व बैंक का यह कदम दिखाता है कि वह सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प मानता है, जो वैश्विक बाजार में किसी भी प्रकार के उतार-चढ़ाव से बचाव का कार्य कर सकता है।

आरबीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2024 के अंत तक देश का कुल गोल्ड रिजर्व 879 टन तक पहुंच गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 8% ज्यादा है। यह आंकड़ा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि 2024 में रिजर्व बैंक ने लगातार सातवें साल गोल्ड रिजर्व बढ़ाया है, जो एक मजबूत संकेत है कि भारत सोने को एक रणनीतिक संपत्ति के रूप में देखता है।

2 फरवरी, 2024 को देश का गोल्ड रिजर्व 812.33 टन था, जो एक बड़ा बदलाव दर्शाता है। इससे यह साफ होता है कि आरबीआई का गोल्ड रिजर्व बढ़ाने का फैसला सिर्फ एक साल की बात नहीं, बल्कि एक लंबी अवधि की रणनीति का हिस्सा है।