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13-Feb-2025 01:55 PM
BIHAR NEWS : शादी हर किसी के लिए काफी महत्पूर्ण दिन होता है। हर शख्स चाहता है कि उसकी शादी इस तरह से हो कि इलाके में उसकी चर्चा हो ऐसे में वह तामाम तरह के उपाय भी करता है। कभी कोई इको-फ्रेंडली तरीके से बारात निकालता है और कभी कोई शादी के कार्ड और डेकोरेशन को ऐसे रखता हैं कि हर जगह इसकी चर्चा हो। ऐसे में आज हम एक महिला दारोगा कि कहानी बताने वाले हैं। इन्होंने काफी भी अलग तरीके से अपनी शादी रचाई हैं जिसके बाद इलाके में काफी चर्चा हो रही है। तो आइए जानते हैं कि इसकी वजह क्या है?
दरअसल,बिहार के सीवान जिले में एक नई चीज़ देखने को मिला है। जहां एक महिला दारोगा ने हाथी पर सवार होकर मटकोर की रस्म अदा की है। अब इस अनोखी शादी की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है। यह शादी मैरवा थाना क्षेत्र के बड़गांव निवासी निशा कुमारी और सीवान जिले के छाता छपिया निवासी अमित कुमार की है।
अब इसमें दूसरी खास बात यह है कि दोनों ही पेशे से दारोगा (सब-इंस्पेक्टर) हैं। निशा कुमारी इस समय मोतिहारी के छौड़ादानो थाना में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं जबकि अमित कुमार भी दारोगा हैं। उनकी यह शादी इसलिए भी खास बन गई क्योंकि आमतौर पर दुल्हनें कार, घोड़े या बग्गी से जाती हैं लेकिन निशा ने अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए हाथी की सवारी चुनी।
मालूम हो कि, बिहार में शादी से पहले की रस्मों में से एक मटकोर होता है, जिसमें दुल्हन अपने घर से निकलकर गांव के पवित्र स्थल पर मिट्टी लाने जाती है। आमतौर पर दुल्हनें पैदल, सजी-धजी गाड़ी या घोड़े पर जाती हैं लेकिन यहां नज़ारा अलग था। निशा कुमारी पूरे शाही अंदाज में हाथी पर बैठकर मटकोर करने गईं। जैसे ही उन्होंने हाथी पर सवारी की, लोगों की भीड़ जुट गई। हर कोई इस अनोखी शादी को देखने के लिए उत्साहित था।
इधर, इस मौके पर दुल्हन निशा कुमारी ने कहा कि वे हमेशा अपनी शादी को खास बनाना चाहती थी इसलिए मैंने हाथी पर बैठकर मटकोर करने का फैसला किया। यह अनुभव मेरे लिए बहुत यादगार रहेगा।" जबकि निशा की यह शाही सवारी पूरे गांव के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई। गांववालों ने बताया कि उन्होंने पहली बार किसी दुल्हन को हाथी पर सवार होते देखा। शादी समारोह में दूल्हा-दुल्हन के परिवारवालों के साथ-साथ पूरा गांव इस ऐतिहासिक पल का गवाह बना। निशा और अमित की यह अनोखी शादी एक मिसाल बन गई है। यह दिखाती है कि शादी की रस्मों को अपनी परंपराओं के साथ भी अनोखे तरीके से मनाया जा सकता है।