बिहार के इस जिले में भूमि पैमाइश को लेकर विवाद, बिना जमीन नापी के लौटे राजस्व विभाग के अधिकारी बेतिया ATM लूट मामले में DIG ने लिया एक्शन, पुलिसकर्मियों के वेतन पर लगाई रोक, प्रभारी एसपी से मांगा जवाब वंशावली को लेकर बिहार सरकार ने जारी किया नया आदेश, जानिये अब क्या करना होगा? गोल उत्सव 4.0 में जुटे हजारों डॉक्टर, एलुमनाई मीट में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मधुबनी बस स्टैंड में लगी भीषण आग, तीन दर्जन दुकानें जलकर राख, करोड़ों की संपत्ति का नुकसान बिहार में अपराधियों की अब खैर नहीं: सम्राट चौधरी ने 3 महीने का दिया अल्टीमेटम, कहा..बदमाशों को बिहार से भगाकर ही दम लूंगा एक लाख डॉलर जीतने वाले मोतिहारी के आदर्श ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की मुलाकात, बिहार की शिक्षा और कौशल विकास पर हुई चर्चा सुपौल में समलैंगिक विवाह, दो युवतियों ने आपसी सहमति से गैस चूल्हे को साक्षी मानकर लिये सात फेरे उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी को बताया पार्ट-टाइम पॉलिटिशियन, कहा..उनको ना कभी बिहार की चिंता थी, और ना ही अब है पटना और मुजफ्फरपुर के बाद अब पूर्णिया में भूमि सुधार जन कल्याण संवाद का होगा आयोजन, इस दिन विजय सिन्हा सुनेंगे आमलोगों की शिकायतें
24-Dec-2025 05:17 PM
By First Bihar
MOTIHARI: भारत–नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित रक्सौल में हरैया थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब एक करोड़ रुपये मूल्य की चरस के साथ तीन अंतरराष्ट्रीय चरस तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से सीमावर्ती इलाके में सक्रिय तस्कर गिरोह में हड़कंप मच गया है।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नेपाल से चरस की एक बड़ी खेप भारत लाई जा रही है, जिसे मोतिहारी और उत्तर प्रदेश के तस्करों के माध्यम से यूपी तक पहुंचाया जाना था। सूचना के सत्यापन के बाद हरैया थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विशेष टीम का गठन किया और सीमा क्षेत्र में सघन वाहन जांच व निगरानी शुरू की।
इसी दौरान संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर पुलिस ने तस्करों को धर दबोचा। गिरफ्तार तस्करों के पास से भारी मात्रा में चरस बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह लंबे समय से नेपाल से चरस की खेप मोतिहारी लाकर उत्तर प्रदेश तक सप्लाई कर रहा था। मामले में अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क के संकेत भी मिले हैं।
इस संबंध में रक्सौल डीएसपी मनीष आनंद ने बताया कि नेपाल से चरस की बड़ी खेप को भारत में खपाने की तैयारी की जा रही थी। पुलिस की सतर्कता से तस्करी की इस कोशिश को नाकाम कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की जा रही है, ताकि पूरे नेटवर्क और इसके अन्य सदस्यों का खुलासा किया जा सके।
डीएसपी ने यह भी बताया कि बरामद चरस के स्रोत, सप्लाई रूट और इसके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की गहन जांच की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां सामने आएंगी। फिलहाल तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी की जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई को नशा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, वहीं सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा और निगरानी को और कड़ा किए जाने की बात कही जा रही है।
मोतिहारी से सोहराब आलम की रिपोर्ट