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मोतिहारी में स्कूल मरम्मति में 4-5 करोड़ का घोटाला..! यह जेई निकला मास्टरमाइंड..हाल की कमाई से राजधानी में 1 Cr की संपत्ति बनाई

मोतिहारी के सरकारी स्कूलों में 4-5 करोड़ रुपये का मरम्मति घोटाला सामने आया है। आरोप है कि जेई और डीएमटी ने कागज पर काम दिखाकर करोड़ों की निकासी कराई . JE के बारे में खबर है कि हाल की कमाई से पटना में पत्नी के नाम पर संपत्ति खरीदी है।

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01-Oct-2025 12:47 PM

By Viveka Nand

Bihar News: मोतिहारी के सरकारी स्कूलों में कागज पर काम कराकर 4-5 करोड़ की अवैध निकासी में ठेकेदार से अधिक जेई-डीएमटी और डीपीओ जिम्मेदार हैं. मोटा कमीशन लेकर इनलोगों ने सरकारी खजाना लुटवा दिया. इन सरकारी सेवकों ने जमकर माल बनाया. अवैध तरीके से कमाये गए धन को अब ये सरकारी सेवक राजधानी में संपत्ति अर्जित कर रहे. बताया जाता है कि मोतिहारी के सरकारी स्कूलों में मरम्मति के नाम पर जो करोड़ों का खेल हुआ है, उसमें एक जेई और डीएमटी मास्टरमाइंड है. जेई ने ही जिला से लेकर पटना तक मैनेज किया है. बदले में मोटा कमीशन खाया . 

कागज पर काम करा जेई ने मोटा माल कमाया, पत्नी के नाम पर पटना में खरीदी संपत्ति 

जानकारी के अनुसार, मोतिहारी के सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय के जूनियर इंजीनियरों ने बड़ा खेल किया है. कागज पर ही स्कूलों की मरम्मति करा दिया. चवन्नी का काम नहीं कराया और करोड़ों का फर्जी बिल बनवाकर पास कराया और राशि की निकासी करा दी. बताया जाता है कि इस खेल में मोतिहारी का एक जेई ने कमाल का खेल किया है. खबर है कि जितने भी अवैध काम हुए, उसमें उसकी भूमिका संदिग्ध है. उसने ही पूरी प्लानिंग कर कागज पर काम कराया और राशि की निकासी करा दी. भले ही वो उक्त प्रखंड में पदस्थापित नहीं हो, लेकिन उसके देखरेख में ही खजाने की लुट हुई है. बताया जाता है कि 4-5 करोड़ की जो अवैध निकासी हुई, उसमें इस जूनियर इंजीनियर ने मोटा कमाई किया है. बताया जाता है कि उक्त जेई ने हाल की कमाई से राजधानी पटना में पत्नी के नाम पर करोड़ों की जमीन की रजिस्ट्री कराई है. बताया जाता है कि सितंबर 2025 में ही उक्त जेई ने पत्नी के नाम पर जमीन खरीदा है. खेल का मास्टर माइंड ( अ###कु$#रं$$ ) नाम का जेई है. विभागीय अधिकारी बताते हैं कि मोतिहारी में जितना भी खेल हुआ है ,उसमें पर्दे के पीछे से मुख्य भूमिका में उक्त जेई है. इसी ने डीएमटी से लेकर अन्य सरकारी सेवकों को सेट किया. 

पूर्वी चंपारण के डीईओ दफ्तर में घोटाला राज 

 सरकारी अधिकारियों के मन से शासन का भय खत्म हो गया है. तभी तो खुलेआम सरकारी राशि की लूट,खुलासे के बाद भी चेहरे पर फर्क नहीं. पूरा सिस्टम ही भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा हुआ है. तभी तो जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं,बिहार में 38 जिले हैं और नजर सिर्फ मेरे ही यहां है ? यह बयान उक्त अधिकारी के हैं,जिसके यहां भ्रष्टाचार फल फुल रहा है.  मोतिहारी के तुरकौलिया व अन्य ब्लॉक के सरकारी स्कूलों में कागज पर मरम्मति कराकर 4-5 करोड़ की अवैध निकासी कर ली गई . खुलासा हुआ तो आनन-फानन में मरम्मति का दिखावा किया जा रहा. जब जिम्मेदार अधिकारी से सवाल पूछा जा रहा तो मामले को दबाने की कोशिश, व सवाल से बचने में जुटे हैं.  

जेई-डीएमटी ने खजाना लुटवाया, पूछने पर कहते हैं...

BSEIDC के उप प्रबंधक तकनीकी पूर्वी चंपारण (DMT) मुकुंद प्रसाद से जब कागज पर काम कराकर 4-5 करोड़ रू की निकासी की बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आपको सिर्फ पूर्वी चंपारण जिला दिखता है ? सरकारी स्कूलों में बिना मरम्मति के ही पैसा निकासी की बात पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हेडमास्टर सब झूठ बोल रहा है. अगले सवाल पर कहा कि मामले की जांच करा रहे हैं. यानि खुद के जवाब में ही डीएमटी मुकुंद प्रसाद फंसते नजर आए.  इसके बाद डीएमटी अगले सवाल का जवाब देने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. फोन काटकर बंद कर दिया. कुछ देर के बाद मोबाइल ऑन तो किया, लेकिन फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा.