BIHAR: राम के बाद अब सीता की बारी: 8 अगस्त को सीता जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का शिलान्यास करेंगे अमित शाह बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, सॉल्वर-ऑपरेटर समेत तीन गिरफ्तार Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक
04-May-2025 10:47 AM
By First Bihar
Bihar police news: बिहार पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मोतिहारी जिले के पहाड़पुर थाना क्षेत्र में एक महिला की शिकायत पर कार्रवाई न करने और गलत लोगों पर एफआईआर दर्ज करने का गंभीर मामला सामने आया है। जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय ने इस मामले में थानाध्यक्ष (SHO) पर ₹5,000 के जुर्माने की अनुशंसा की है।
बता दे कि सरैया बरवा गांव की निवासी प्रभावती कुंवर ने थाने में शिकायत दी थी कि कुछ भू- माफियाओं ने उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया और विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गई। महिला ने पहाड़पुर थाने में दिए आवेदन में जिन लोगों के नाम बताए थे, उन पर केस दर्ज करने के बजाय SHO ने किसी और के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी जिनका इस विवाद से कोई लेना-देना नहीं था।
महिला सिकयातकर्ता को जब इसकी जानकारी एफआईआर की प्रति मिलने के बाद हुई तो वह पूछताछ के लिए थाने गई, लेकिन वहां किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। इसके बाद महिला ने न्याय की गुहार लगाते हुए जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई।
शिकायत की सुनवाई के दौरान कई बार SHO को नोटिस और समन भेजा गया, लेकिन वह एक बार भी उपस्थित नहीं हुए। यहां तक कि एसपी की ओर से भी SHO को कोर्ट में उपस्थित होने के लिए पत्र भेजा गया, लेकिन उसका भी कोई असर नहीं हुआ। अब जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए SHO पर ₹5,000 का जुर्माना लगाने और उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के लिए एसपी व डीआईजी को पत्र भेजा है। यह मामला न सिर्फ पुलिस की लापरवाह कार्यशैली को उजागर करता है बल्कि न्याय प्रक्रिया में आम जनता की उपेक्षा का भी एक उदाहरण बन गया है।