Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराया तेज रफ्तार ट्रक, हादसे में ड्राइवर की दर्दनाक मौत Bigg Boss 19: बिग बॉस 19 में फराह खान की एंट्री से बढ़ा टेंशन, बसीर ने नेहल से तोड़ी दोस्ती Patna News: पटना में JDU-BJP दफ्तर के बाहर धारा 163 लागू, अब प्रदर्शन करने वालों की खैर नहीं Patna News: पटना में JDU-BJP दफ्तर के बाहर धारा 163 लागू, अब प्रदर्शन करने वालों की खैर नहीं Bihar News: बिहार सरकार की बड़ी कार्रवाई, 12 अधिकारियों को किया सस्पेंड; क्या है वजह? Bihar News: बिहार सरकार की बड़ी कार्रवाई, 12 अधिकारियों को किया सस्पेंड; क्या है वजह? Road Accident: BPSC परीक्षा देकर लौट रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, एक गंभीर रूप से घायल Bihar Crime News: पत्नी से अनबन के बाद युवक की हत्या, बदमाशों ने गोलियों से भूना
14-Sep-2025 11:34 AM
By First Bihar
Job Fraud: बिहार से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। मार्केटिंग फील्ड में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। डीबीआर कंपनी के नाम पर चल रहे इस फर्जीवाड़े में शामिल 11 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई शनिवार को मोतिहारी के छतौनी थाना अंतर्गत बरियारपुर मोहल्ले में की गई, जहां गिरोह के सदस्य बड़ी संख्या में युवाओं को प्रशिक्षण के नाम पर इकट्ठा किए हुए थे।
दरअसल, छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से 90 युवाओं को रेस्क्यू किया, जिन्हें विभिन्न राज्यों से नौकरी दिलाने के नाम पर बुलाया गया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड एनामुल है, जो रामगढ़वा थाना क्षेत्र के बेला गांव का निवासी है। पहले वह रक्सौल में डीबीआर कंपनी के नाम पर नेटवर्किंग चलाता था, बाद में मोतिहारी के छतौनी में 'ऑटो मिक्स आयुर्वेदिक कम्पनी' के नाम से फर्जी नेटवर्किंग शुरू कर दी।
गिरफ्तार किए गए 11 लोगों में से एक आरोपी पूर्वी चंपारण का रहने वाला है, जबकि बाकी आरोपी असम, बंगाल, झारखंड और कटिहार जैसे अन्य राज्यों से हैं। इनके नाम हैं—पताही का दीपक महतो, बंगाल का अमर, असम का अभिनोल इस्लाम, बंगाल के दिलीप बारदी और अबु सलाम, कटिहार का सउद आलम, पूर्णिया का मोहम्मद असलम, बंगाल के वाहिद जमा और सदीम शाकिब।
छतौनी थानाध्यक्ष सुनील कुमार को सूचना मिली थी कि छोटा बरियारपुर स्थित शंभू साह के मकान में एक गिरोह बेरोजगार युवाओं से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे ठग रहा है। सूचना मिलते ही एसपी ने सदर डीएसपी दिलीप सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। इसके बाद लगभग आठ घंटे तक छापेमारी और जांच की गई, जिसके बाद गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया और 90 युवाओं को मुक्त कराया गया।
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि यह गैंग सोशल मीडिया के माध्यम से युवक-युवतियों को नौकरी का झांसा देता था। जब कोई उम्मीदवार उनके संपर्क में आता, तो उन्हें प्रशिक्षण के नाम पर 25 हजार रुपये लिए जाते। बदले में उन्हें एक किट दी जाती, जिसमें सिर्फ एक पैंट का कपड़ा, एक टाई और एक एनर्जी टैबलेट होता। फिर उन्हें उस किट को बेचने के लिए मजबूर किया जाता। इस तरह से ठगे गए युवाओं ने जब महसूस किया कि वे धोखा खा चुके हैं, तो उनमें से कुछ ने हिम्मत कर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया।
ठगी का यह जाल इतना व्यवस्थित था कि इसमें शामिल लोगों ने अलग-अलग नामों और कंपनियों के तहत नेटवर्किंग को अंजाम दिया। रेस्क्यू किए गए सभी युवक बाहरी राज्यों से आए हुए थे, जिनके परिजनों को पुलिस ने सूचित कर दिया है। इस मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस अन्य संभावित पीड़ितों की पहचान करने में जुटी हुई है।