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01-May-2025 07:35 AM
By First Bihar
Patna News: राजधानी पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (IGIC) में कार्यरत एक महिला डॉक्टर कनू प्रिया (41 वर्ष) की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई। यह घटना 29 अप्रैल की रात कदमकुआं थाना क्षेत्र स्थित राजेंद्र नगर रोड नंबर 5ए, मकान संख्या 174/बी में हुई, जहां वे अपने पति और दो बच्चों के साथ रहती थीं। डॉ. कनू प्रिया के पति, डॉ. मुकेश कुमार, मधुमेह विशेषज्ञ हैं और घर के पास ही केएम अस्पताल चलाते हैं।
पुलिस को इस घटना की सूचना शुरू में नहीं दी गई। जब शास्त्रीनगर स्थित एक निजी अस्पताल में डॉक्टर की मौत हुई, तब पुलिस को जानकारी मिली। बाद में शव का पोस्टमार्टम आईजीआईएमएस (IGIMS) में कराया गया। पुलिस ने महिला डॉक्टर के पिता अशोक कुमार का फर्दबयान लिया और उसे कदमकुआं थाना भेज दिया गया। कदमकुआं थानेदार अजय कुमार ने बताया कि इस मामले में अप्राकृतिक मृत्यु (UD) का केस दर्ज कर लिया गया है।
डॉ. कनू के 15 वर्षीय बेटे सार्थक ने बताया कि घटना की रात करीब 10 बजे वह बाथरूम जाने के लिए उठा। बाथरूम का दरवाज़ा अंदर से बंद था। कई बार खटखटाने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला तो उसने अपने पिता डॉ. मुकेश को जानकारी दी। डॉ. मुकेश ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया, जहां डॉक्टर कनू प्रिया फर्श पर बेसुध पड़ी थीं और उनके गले में दुपट्टा लिपटा था। इसके बाद डॉ. मुकेश उन्हें लेकर अपने अस्पताल गए और कुछ देर इलाज के बाद राजाबाजार के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
वहीं, डॉ. कनू प्रिया के पिता अशोक कुमार ने पुलिस को दिए फर्दबयान में किसी व्यक्ति पर संदेह या आरोप नहीं लगाया है। जब वे मौके पर पहुंचे, तो डॉ. मुकेश अपने दो-तीन सहयोगियों के साथ पत्नी का इलाज कर रहे थे। डॉ. कनू का मायका जगत नारायण रोड, पटना में है। उनके दो बच्चे हैं बेटा सार्थक और बेटी आद्विका।
ुलिस का कहना है कि घटना की सभी एंगल से जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, अभी तक मामला आत्महत्या, दुर्घटना या अन्य किसी कारण से जुड़ा है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।