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23-Aug-2025 03:20 PM
By First Bihar
PATNA: एनएमसीएच के मेडिकल छात्रों को 5 साल से 20 हजार रूपये स्टाइपेंड मिल रहा है। इन छात्रों का कहना है कि 5 साल से स्टाइपेंड में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं की गयी है। जबकि अन्य राज्यों में यहां ज्यादा स्टाइपेंड मिलता है। छात्रों का कहना है कि दूसरे राज्यों में दोगुना स्टाइपेंड मिलता है। अपनी इस मांग को लेकर एनएमसीएच के छात्रों ने आज विरोध प्रदर्शन किया और हंगामा मचाया।
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) के पीजी इंटर्नशिप कर रहे मेडिकल छात्रों ने शनिवार को आंदोलन पर उतर आए। स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर मुख्य गेट पर मेडिकल छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि उन्हें पिछले 5 वर्षों से ₹20,000 प्रति माह स्टाइपेंड मिल रहा है, जबकि देश के अन्य राज्यों में इससे दोगुनी राशि दी जा रही है।
छात्रों ने बताया कि बिहार में हर 3 साल में स्टाइपेंड की समीक्षा होती है, लेकिन NMCH में पिछले 5 सालों से रिवाइवल नहीं हुआ है। छात्रों ने यह भी कहा कि इस मुद्दे को लेकर वे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से भी मिले थे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इस मांग को लेकर मेडिकल छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि दो दिनों के भीतर मेडिकल छात्रों का स्टाइपेंड नहीं बढाया गया तो वो 26 अगस्त से ओपीडी और अन्य मेडिकल सेवाएं ठप रखेंगे।
वही NMCH की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. रश्मि प्रसाद ने बताया कि उन्हें मेडिकल छात्रों के विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिली है, लेकिन अब तक कोई लिखित आवेदन नहीं मिला है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे खुद इस मामले को देख रही हैं और जल्द ही छात्रों से बातचीत कर समाधान निकालने की कोशिश करेंगी। अब देखना होगा कि मंगलवार 26 अगस्त से पहले इनकी यह मांगे पूरी हो पाती है या नहीं। यदि मेडिकल छात्रों की मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वो अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। 26 अगस्त को ओपीडी को ठप करने का काम करेंगे।