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16-Apr-2025 10:09 PM
PATNA: शैक्षणिक उत्कृष्टता और सांस्कृतिक समृद्धि के प्रतीक इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (आईएसएम), पटना ने अपने स्थापना सप्ताह के समापन समारोह को विविध आयोजनों और बौद्धिक गतिविधियों के साथ यादगार बना दिया। इस सप्ताहभर चले आयोजन ने न केवल छात्रों को अपनी रचनात्मक प्रतिभा दिखाने का मंच दिया, बल्कि नई शिक्षा नीति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गंभीर विचार-विमर्श का अवसर भी प्रदान किया। यह सप्ताह संस्थान के विकास की यात्रा और शिक्षा में बदलाव के प्रति उसकी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण बना।
इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (आईएसएम), पटना में आज स्थापना सप्ताह का भव्य समापन समारोह आयोजित किया गया। पूरे सप्ताह विविध कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों की रचनात्मकता, अकादमिक दृष्टिकोण और संस्थान के प्रति गर्व को दर्शाया गया, जिससे यह आयोजन एक शैक्षणिक और सांस्कृतिक उत्सव बन गया। इस समापन समारोह का सफल आयोजन संस्थान की प्रशासक श्रीमती नीरू कुमारी झा के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर संस्थान के चेयरमैन श्री समरेन्द्र सिंह, वाइस-चेयरमैन श्री देवल सिंह और सचिव श्री अमल सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिन्होंने छात्रों का उत्साहवर्धन किया और संस्थान के सतत विकास की सराहना की।
इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (आईएसएम), पटना ने आज अपने स्थापना सप्ताह समारोह का भव्य समापन किया। पूरे सप्ताह छात्र-छात्राओं की रचनात्मकता, बौद्धिक संवाद और संस्थागत गौरव की शानदार झलक देखने को मिली। यह आयोजन संस्थान की एडमिन, श्रीमती नीरू कुमारी झा के नेतृत्व में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। समापन समारोह में संस्थान के चेयरमैन, श्री समरेन्द्र सिंह, वाइस-चेयरमैन, श्री देवल सिंह और सचिव, श्री अमल सिंह ने विशेष रूप से शिरकत की।
समारोह के अंतिम दिन छात्रों के ‘ड्रैमेटिक्स क्लब’ द्वारा प्रस्तुत नाटक ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। इस प्रस्तुति में आईएसएमकी अब तक की प्रेरणादायक यात्रा और अकादमिक विकास की कहानी को बेहद रचनात्मक अंदाज में मंचित किया गया। दर्शकों और प्रबंधन समिति के सदस्यों ने छात्रों की इस प्रस्तुति की सराहना की। समारोह की गरिमा को और ऊँचाई दी एक विचारोत्तेजक पैनल चर्चा ने, जिसका विषय था — "एनईपी-2020 के माध्यम से शिक्षा में परिवर्तन"।
इस चर्चा में संस्थान के अनुभवी शिक्षकों — श्री राजेश्वर दयाल (विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर एप्लीकेशन), श्री सुधीर कुमार सिन्हा (विभागाध्यक्ष, कॉमर्स), डॉ. पूजा दुबे (विभागाध्यक्ष, मैनेजमेंट) और डॉ. डी. एन. सिंह (विभागाध्यक्ष, जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन) ने भाग लिया। पैनल चर्चा में नई शिक्षा नीति के तहत बहुआयामी, लचीली और समग्र शिक्षा व्यवस्था पर गहन विचार साझा किए गए, जिससे छात्रों को अपनी छिपी क्षमताओं को पहचानने और विकसित करने की प्रेरणा मिली।
इस मौके पर आईएसएमके ‘मीडिया क्लब’ ने ‘द कैंपस एक्सप्रेस’ नामक साप्ताहिक अख़बार की शुरुआत की। यह अख़बार छात्रों के विचारों और कैंपस गतिविधियों के लिए एक जीवंत मंच होगा। इसके साथ ही, मीडिया क्लब ने आईएसएमकी विकास यात्रा और कैंपस लाइफ पर आधारित रचनात्मक रील्स भी प्रदर्शित कीं, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा।
‘डायलेक्टिका क्लब’ द्वारा आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता ने समारोह में बौद्धिक जोश भर दिया। प्रतियोगिता में बीबीए, बीसीए, बीए(जेएमसी) और बीसीपी के 24 छात्र-छात्राओं ने 6 टीमों में भाग लिया। छात्रों ने आज के दौर के महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार रखे—जैसे कि असफलता का जीवन में महत्व, करियर में जुनून बनाम व्यवहारिकता, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का रचनात्मकता पर प्रभाव, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदारी, जेनरेशन-ज़ी पर ‘हसल कल्चर’ का दबाव और पारंपरिक डिग्री की तुलना में कौशल आधारित शिक्षा की प्रासंगिकता।
स्थापना सप्ताह की शुरुआत 10 अप्रैल को एक विचार-मंथन सत्र के साथ हुई थी, जिसमें वाइस-चेयरमैन, विभागाध्यक्षों, शिक्षकों और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों ने मिलकर आईएसएमकी मूल भावना और भविष्य की दिशा पर चर्चा की थी। पूरा सप्ताह आईएसएमपटना के शैक्षणिक उत्कृष्टता, सांस्कृतिक विविधता और बौद्धिक संवाद के प्रति समर्पण का प्रतीक बनकर सामने आया। इसने संस्थान के ‘परिवर्तनशील शिक्षा’ के विजन को एक सशक्त आधार प्रदान किया।