Bihar Politics: नित्यानंद राय से नहीं मिले चिराग पासवान,अब कैसे दूर होगी नाराजगी; पटना के इमरजेंसी बैठक में नहीं हो सका फैसला Bihar News: नीतीश कुमार ने 90 से अधिक सीटों पर कैंडिडेट्स के नाम तय किए...5-6 विधायकों को बेटिकट करने की तैयारी Bihar Election 2025: चुनाव आयोग का सख्त आदेश, डीपफेक और भ्रामक वीडियो फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई BIHAR NEWS : गयाजी में स्कूल बस ड्राइवर पर बाइक सवार बदमाशों का हमला, सीने में लगी गोली; बस में सवार थे बच्चे मंत्री हैं...BJP के बड़े नेता हैं, सेफ सीट पर है गिद्ध दृष्टि ! नजर सबसे सुरक्षित राजधानी की इस विधानसभा क्षेत्र पर, वैसे 'नेताजी' आज तक चुनाव लड़े ही नहीं हैं ‘The Conjuring: Last Rites’ मचाएगी ओटीटी पर खौफ, जानें कब होगी रिलीज? Patna Crime News: पटना में धान के खेत से 8 साल की मासूम का शव मिलने से सनसनी, रेप के बाद हत्या की आशंका Patna Crime News: पटना में धान के खेत से 8 साल की मासूम का शव मिलने से सनसनी, रेप के बाद हत्या की आशंका Bihar Politics: NDA में सीट बंटवारा पर घमासान ! चिराग पासवान ने दिए बड़े संकेत,कहा - जबतक मंत्री हूं तबतक .... Bihar Crime News: चुनाव की घोषणा के बाद बिहार में बढ़ी चौकसी, ट्रेन से ढाई करोड़ के सोना के साथ स्मगलर अरेस्ट
17-Feb-2025 11:08 AM
By KHUSHBOO GUPTA
Bihar Pension Delay News: बिहार के पारंपरिक विश्वविद्यालयों और अंगीभूत कॉलेजों के सेवानिवृत्त कर्मियों का पेंशन का समय पर नहीं मिल रहा है। कई कर्मियों को एक-दो महीने के अतिरिक्त इंतजार के बाद ही पेंशन मिलती है। समय पर पेंशन नहीं मिलने का कारण पे-रोल मैनेजमेंट में पेंशनधारियों के संबंध में ब्योरा अपलोड धीमी गति में करना है। अब भी बड़ी संख्या में पेंशनरों का ब्योरा अपलोड नहीं है, जबकि विभाग ने इसे अनिवार्य कर दिया है। इस कारण ही पेंशन राशि का भुगतान होने में देर होती है। राज्य के इन विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 20 हजार पेंशनधारी हैं।
दरअसल बिहार के 13 विश्वविद्यालयों और उनके कॉलेजों के रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन मिलने में देरी हो रही है। एक-दो महीने के इंतजार के बाद ही कर्मचारियों को पेंशन मिल रही है। दिसंबर 2024 के बाद की पेंशन अभी तक नहीं मिली है। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा और केएसडी संस्कृत विश्वविद्यालय में नवंबर के बाद से भुगतान अटका है। समस्या पे-रोल मैनेजमेंट सिस्टम में जानकारी अपलोड करने की धीमी गति के कारण है। शिक्षा विभाग के बार-बार कहने पर भी विश्वविद्यालय तेजी से काम नहीं कर रहे हैं। राज्य के इन विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में लगभग 20 हजार पेंशनधारी हैं। उन्हें हर महीने औसतन 180 करोड़ रुपये पेंशन के रूप में मिलते हैं।
वहीं बिहार शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पे-रोल मैनेजमेंट सिस्टम में पेंशनधारियों की जानकारी अपलोड करने की प्रक्रिया बहुत धीमी है। विश्वविद्यालय इस काम में तेजी नहीं दिखा रहे हैं, जबकि शिक्षा विभाग ने कई बार उन्हें इसके लिए कहा है। अभी भी बहुत सारे पेंशनधारियों की जानकारी सिस्टम में अपलोड नहीं हुई है। विभाग ने इसे अनिवार्य कर दिया है। यही पेंशन में देरी का मुख्य कारण है।