मुंडेश्वरी कॉलेज फॉर टीचर एजुकेशन में एल्युमिनी मीट का आयोजन, पूर्व छात्रों ने छात्र जीवन को किया याद Bihar Crime News: पत्नी को चूहे मारने वाली दवा खिला मारना चाहता था शख्स, पिछले 4 साल से दूसरी महिला के साथ हैं नाजायज संबंध नीतीश कुमार बिहार में नागरिक आजादी के प्रतीक, आज भी राजद नेताओं- कार्यकर्ताओं के संस्कार में रत्ती भर भी बदलाव नहीं आया- JDU Bihar Teacher News: बांका में दो शिक्षिकाओं की फर्जी हाजिरी का खुलासा, जिले से बाहर रहकर बनाती थी अटेंडेंस Bihar News: बिहार में मखाना किसानों के लिए बड़ी सौगात, सरकार देगी सीधा ऋण; जानिए... Sudha milk price hike : सुधा दूध हुआ महंगा: 22 मई से बढ़े दाम, जानें नई कीमतें CHAPRA: प्रशांत किशोर की पहल का असर: जेपी के पैतृक घर में बहाल हुई बिजली और शुरू हुई पानी की आपूर्ति Bihar News: आरा में आवारा कुत्ते का 2 मासूमों पर हमला, बड़े भाई की मौत, छोटा गंभीर हालत में PMCH रेफर Yashwant Sinha : यशवंत सिन्हा ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए लगाये गंभीर आरोप...पहलगाम आतंकी हमले पर उठाये सवाल ? Bihar News: भाभी के कमरे में रंगे हाथ धराया आशिक़-मिज़ाज देवर, फिर पंचायत ने सुनाया कुछ ऐसा फैसला
21-May-2025 09:19 AM
By First Bihar
Bihar News: बिहार में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के पटना क्षेत्रीय कार्यालय में भ्रष्टाचार का गहरा खेल उजागर हुआ है, जिसमें केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार, 20 मई 2025 को पटना की विशेष अदालत में एक महत्वपूर्ण चार्जशीट दाखिल की। इस हाई-प्रोफाइल घोटाले की शुरुआत 22 मार्च 2025 को हुई, जब CBI ने NHAI के महाप्रबंधक रामप्रीत पासवान और निजी कंपनी ‘राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ के तीन अधिकारियों को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
यह रिश्वत कंपनी के बिल पास कराने के बदले मांगी गई थी। चार्जशीट में रामप्रीत पासवान, कंपनी के GM सुरेश महापात्रा, कर्मचारी वरुण कुमार, चेतन कुमार, एक अज्ञात व्यक्ति और कंपनी को ही संस्थागत आरोपी के रूप में नामित किया गया है। सभी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं के तहत आरोप तय किए गए हैं।
गिरफ्तारी के बाद CBI ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए पटना, रांची, वाराणसी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और पूर्णिया में छापेमारी की, जिसमें 1.18 करोड़ रुपये नकद, मोबाइल, लैपटॉप, पेन ड्राइव और भ्रष्टाचार से जुड़ी गोपनीय फाइलें बरामद हुईं। इन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि रिश्वतखोरी के नेटवर्क की गहराई तक पहुंचा जा सके।
वहीं, गिरफ्तार अभियुक्तों को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में पटना के बेउर जेल भेज दिया गया। चार्जशीट दाखिल होने के बाद अब नियमित सुनवाई शुरू होगी, और CBI इस मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाकर जल्द सजा सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है।
बताते चलें कि, इस मामले में CBI ने 12 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की थी, जिसमें NHAI के छह वरिष्ठ अधिकारी, राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, इसके चार प्रतिनिधि और एक अन्य ठेकेदार शामिल हैं। चार्जशीट में केवल छह के खिलाफ आरोप तय हुए हैं, जबकि बाकी की भूमिका की जांच जारी है। एजेंसी को शक है कि इस भ्रष्टाचार नेटवर्क में और बड़े नाम शामिल हो सकते हैं, जो सिस्टम का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये की हेराफेरी में लिप्त थे।