'कल्याण ज्वेलर्स' के नाम पर फर्जी सोने-चांदी की दुकान चलाने वाले पर चला प्रशासन का डंडा, बांड भरवाकर दुकानदार से बैनर हटवाया Bihar News: अवैध मेडिकल दुकानों और क्लिनिक संचालकों के खिलाफ प्रशासन का बड़ा अभियान, कई लोग हिरासत में बिहार का 'पुष्पा' निकला संजीव मुखिया, पत्नी को MP और MLA बनाने के लिए किया पेपर लीक Bihar Crime News: भीड़ ने पीट-पीटकर ले ली युवक की जान, एक ग़लतफ़हमी और हो गया बड़ा कांड राज्यसभा के उप सभापति से मिले अजय सिंह, महुली खवासपुर-पीपा पुल के पक्कीकरण की मांग मधुबनी में गरजे मुकेश सहनी, कहा..हक मांगने से नहीं मिलता, छीनना पड़ता है Bihar News: टुनटुन यादव के प्रोग्राम में फायरिंग के बाद एक्शन में आई पुलिस, एक को दबोचा अन्य की तलाश जारी PK ने जमुई में भरी हुंकार, बोले..नीतीश चचा को हटाना है इस बार, भूमि सर्वे और दाखिल खारिज में जमकर हो रहा भ्रष्टाचार Caste Census:जातीय जनगणना पर केंद्र के फैसले का JDU महासचिव ने किया स्वागत, नीतीश कुमार के विजन की बताई जीत Bihar Education News: सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल-प्रधान शिक्षकों का पावर कट, स्कूल के दूसरे शिक्षक को बड़ा अधिकार, ACS एस सिद्धार्थ ने सभी DEO को भेजा पत्र
30-Apr-2025 01:48 PM
By First Bihar
Bihar News: बिहार के मोतिहारी से एक हैरतंगेज मामला सामने आ रहा है. जहाँ सुबह-सुबह स्कूल के हेड मास्टर साहब शराब पीकर स्कूल पहुंच गए. बिहार में शराबबंदी की पोल अब खुद स्कूल के हेड मास्टर खोल रहे हैं. इसके खूब हंगामा मचा और फिर पुलिस नशे के हालत में एचएम को गिरफ्तार करके ले गई. शराबबंदी वाले बिहार में शिक्षा की अलख जगाने नशे में पहुंचे इस हेडमास्टर की चर्चा चारो तरफ हो रही.
एचएम को नशे की हालत में देख शिक्षक से लेकर छात्र-छात्राएं तक दंग रह गए. इस बात की सूचना बच्चों ने अपने अभिभावकों को दी और फिर अभिभावकों ने पुलिस को इस मामले की जानकारी दी. यह पूरा मामला कुड़वाचैनपुर थाना क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरुही का बताया जा रहा है. मोतीहारी जिले के कुड़वाचैनपुर थाना क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरुही के एचएम रामस्वार्थ प्रसाद के इस कारनामें की चर्चा अब पूरे इलाके में हो रही.
स्कूल में एचएम के डगमगाते पाव व झूमते एचएम की करतूत देख बच्चो से लेकर शिक्षक तक हतप्रभ रह गए. पुलिस की गिरफ्तारी के बाद एचएम का मेडिकल जांच करवाया गया, जिसमें शराब पीने की पुष्टि हो चुकी है और अब उनके ऊपर आगे के कार्रवाई की जा रही है. बताते चलें कि बिहार में ये इस तरह का पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी ऐसे कई उदाहरण देखने को मिल चुके हैं.
बिहार की सरकार या फिर पुलिस शराबबंदी का कितना ही दावा कर ले मगर सच तो यही है कि शराबबंदी के सारे दावे झूठे हैं. चाहे शिक्षक हों या आम आदमी, अपराधी हों या फिर नौजवान, शराब हर किसी को आसानी से उपलब्ध है फिर चाहे जिला कोई भी है. कई मामले तो ऐसे भी देखने को मिले हैं, जहाँ खुद पुलिसकर्मी शराब के नशे में नजर आया हो. ऐसे में इस राज्य के सरकार का यह दावा करना कि बिहार में शराबबंदी है, सरासर गलत है.
मोतिहारी से सोहराब आलम की रिपोर्ट