ब्रेकिंग न्यूज़

अरवल में अनियंत्रित स्विफ्ट डिज़ायर कार नहर में गिरी, एक युवक लापता, रेस्क्यू जारी Bihar Dsp Suspend: धनकुबेर DSP को नीतीश सरकार ने किया सस्पेंड...SVU ने आय से 1 Cr रू अधिक अर्जित करने के आरोप में दर्ज किया है केस Bihar News: नीतीश सरकार ने शांभवी चौधरी समेत तीन नेताओं की बढ़ाई सुरक्षा, कांग्रेस अध्यक्ष को भी 'वाई' श्रेणी की सिक्योरिटी G.D. Goenka School Purnia : पूर्णिया के जीडी गोयनका विद्यालय ने रचा इतिहास, बच्चों ने जीते 94 पदक पटना पुलिस ने महाकाल गैंग का किया सफाया, भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद Patna Traffic Alert: पटना में बढ़ेंगी दिक्कतें: मीठापुर-सिपारा एलिवेटेड रोड पर इस दिन तक बंद रहेगा आवागमन बिहार में खनन क्षेत्र की संभावनाओं पर उच्चस्तरीय बैठक, रोजगार और राजस्व पर फोकस Sayara Blockbuster Effect : ब्लॉकबस्टर ‘सैयारा’ ने बदली अनीत पड्डा की किस्मत, अब दिखेंगी YRF की अगली फिल्म में पूर्णिया नगर निगम की उपेक्षा से इलाके के लोग नाराज, बीच सड़क पर ही करने लगे धान की रोपनी Amrit Bharat Train: त्योहारी सीजन में यात्रियों को बड़ी राहत, रेलवे चलाएगा शेखपुरा से दिल्ली तक विशेष अमृत भारत ट्रेन

मुंगेर में मामा बना ‘मुन्ना भाई’, भांजे की जगह डीएलएड परीक्षा देते पकड़ा गया

मुंगेर में डीएलएड परीक्षा के दौरान भांजे की जगह मामा द्वारा परीक्षा देने का मामला सामने आया। बायोमेट्रिक जांच में फोटो मेल नहीं खाने पर फर्जी परीक्षार्थी मुकेश कुमार को पकड़ा गया। पुलिस ने मामा और भांजे दोनों पर केस दर्ज कर लिया है।

Bihar

26-Aug-2025 10:03 PM

By First Bihar

MUNGER: मुंगेर में आयोजित बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के डीएलएड परीक्षा केंद्र पर एक फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ लिया गया। मामला तब उजागर हुआ जब बायोमेट्रिक सत्यापन के दौरान एक युवक की पहचान उसके फोटो से मेल नहीं खा रही थी।


परीक्षा केंद्राधीक्षक नीतिन कुमार को संदेह हुआ, जिसके बाद पूछताछ में युवक ने कबूल किया कि वह अरवल जिला के माणिकपुर निवासी मुकेश कुमार है और अपने भांजे जहानाबाद निवासी राकेश कुमार की जगह परीक्षा दे रहा है।


सूचना मिलते ही कोतवाली थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी मुकेश कुमार को हिरासत में ले लिया। कोतवाली थानाध्यक्ष राजीव तिवारी ने बताया कि केंद्राधीक्षक के आवेदन पर भांजे और मामा दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इस मामले ने परीक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं, हालांकि बायोमेट्रिक प्रणाली के चलते फर्जीवाड़ा समय रहते पकड़ में आ गया।