ब्रेकिंग न्यूज़

Ahoi Ashtami: अहोई अष्टमी: उपवास, आस्था और ममता से जुड़ा मातृत्व का पावन पर्व मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें

मुंगेर में मामा बना ‘मुन्ना भाई’, भांजे की जगह डीएलएड परीक्षा देते पकड़ा गया

मुंगेर में डीएलएड परीक्षा के दौरान भांजे की जगह मामा द्वारा परीक्षा देने का मामला सामने आया। बायोमेट्रिक जांच में फोटो मेल नहीं खाने पर फर्जी परीक्षार्थी मुकेश कुमार को पकड़ा गया। पुलिस ने मामा और भांजे दोनों पर केस दर्ज कर लिया है।

Bihar

26-Aug-2025 10:03 PM

By First Bihar

MUNGER: मुंगेर में आयोजित बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के डीएलएड परीक्षा केंद्र पर एक फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ लिया गया। मामला तब उजागर हुआ जब बायोमेट्रिक सत्यापन के दौरान एक युवक की पहचान उसके फोटो से मेल नहीं खा रही थी।


परीक्षा केंद्राधीक्षक नीतिन कुमार को संदेह हुआ, जिसके बाद पूछताछ में युवक ने कबूल किया कि वह अरवल जिला के माणिकपुर निवासी मुकेश कुमार है और अपने भांजे जहानाबाद निवासी राकेश कुमार की जगह परीक्षा दे रहा है।


सूचना मिलते ही कोतवाली थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी मुकेश कुमार को हिरासत में ले लिया। कोतवाली थानाध्यक्ष राजीव तिवारी ने बताया कि केंद्राधीक्षक के आवेदन पर भांजे और मामा दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इस मामले ने परीक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं, हालांकि बायोमेट्रिक प्रणाली के चलते फर्जीवाड़ा समय रहते पकड़ में आ गया।