Ahoi Ashtami: अहोई अष्टमी: उपवास, आस्था और ममता से जुड़ा मातृत्व का पावन पर्व मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें
01-Feb-2025 08:37 PM
By Dhiraj Kumar Singh
jamui inter exam: जमुई में इंटर परीक्षा के पहले दिन कड़े नियमों के कारण छात्र-छात्राएं परीक्षा से वंचित रह गये। जिले के कई परीक्षा केंद्रों पर मात्र 2 से 5 मिनट की देरी से पहुंचने वाले दो दर्जन छात्र-छात्राओं को परीक्षा से वंचित कर दिया गया। प्लस टू गर्ल्स हाई स्कूल जमुई में सबसे गंभीर स्थिति तब बनी, जब खैर से आई छात्रा साइना परवीन परीक्षा केंद्र से बाहर निकल जाने के बाद बेहोश होकर गिर पड़ी। होश आने के बाद छात्रा ने बताया कि वह कई महीनो से परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
लेकिन सड़क जाम के कारण मात्र 2 मिनट की देरी से पहुंची और उसे प्रवेश नहीं करने दिया गया। एक अन्य छात्रा पूजा कुमारी, दीपशिखा ने बताया कि वह सुबह 9:02 बजे गेट पर पहुंची थी। लेकिन खैर से आने में जाम की समस्या के कारण हुई 2 से 3 मिनट की देरी के लिए उसे परीक्षा से वंचित कर दिया गया। यही स्थिति खैर हाई स्कूल और बरहट प्रखंड के मलयपुर स्थित प्लस टू कीर्ति आनंद उत्क्रमित उच्च विद्यालय में भी देखी गई जहां कई छात्र-छात्राओं को महज 3 से 5 मिनट के देरी के कारण परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने नहीं दिया गया।
सभी केंद्र पर छात्र-छात्राएं रोते बिलखते और अधिकारियों से गुहार लगाते दिखे। यह कहते दिखे कि सर हम लोगों को परीक्षा देने दीजिए सर। लेकिन उनकी बातें सुनने को कोई तैयार नहीं हुआ। जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि 5 मिनट तो दूर 30 सेकंड की देरी पर भी छात्रों को परीक्षा से बाहर किया जाएगा। इस कड़े नियम से जहां प्रशासन अनुशासन बनाए रखने की कोशिश कर रहा है। वहीं छात्रों के भविष्य पर इसका गंभीर असर पड़ रहा है। 9:00 तक हर हाल में प्रवेश करना है। उसके बाद कोई उपाय नहीं है। वहीं परीक्षा से वंचित छात्र-छात्राओं और उनके परिजनों के बीच कड़े नियम को लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है।