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07-Apr-2025 09:00 AM
Bihar News: बिहार के भागलपुर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़ी खुशखबरी है। जिले के पाँच प्रखंडों में 22 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनने जा रहे हैं, जो 30 लाख की आबादी के लिए वरदान साबित होंगे। इन सेंटर्स के बनने से न सिर्फ बेहतर इलाज की सुविधा गाँवों तक पहुँचेगी, बल्कि लोगों को छोटी-मोटी बीमारियों के लिए शहर की ओर दौड़ लगाने की झंझट से भी मुक्ति मिलेगी। राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर बिहार सरकार की एजेंसी बीएमएसआईसीएल जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करने वाली है। हर सेंटर पर 55 लाख रुपये की लागत आएगी, और इस राशि को मंजूरी भी मिल चुकी है।
भागलपुर के नाथनगर, बिहपुर, कहलगाँव, सुल्तानगंज और पीरपैंती प्रखंडों में ये 22 हेल्थ सेंटर बनाए जाएँगे। इनमें नाथनगर के कोला जगदीशपुर, मनोहरपुर, शाहपुर, अमडर, सुल्तानपुर भिट्टी, इब्राहिमपुर, बिहपुर के मीराचक मिल्की, लत्तीपुर, गौरीपुर, खैरपुर, सिंहकुंड, जयपुर चोहर, कहलगाँव के कासिल, तरचा, बारोहिया, प्रस्सतडीह, छोटी नाकी, सुल्तानगंज के वकचापुर, हाटियोक, नारायणपुर तरीथा, दौलतपुर और पीरपैंती के फौजदारी शामिल हैं। जहाँ जमीन की दिक्कत थी, वहाँ भी समस्या का समाधान कर लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग का मकसद हर प्रखंड में इलाज की बेहतर सुविधा देना है, ताकि ग्रामीणों को शहर की ओर न भागना पड़े।
इन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के शुरू होने से शहरी अस्पतालों की भीड़ में कमी आएगी। गाँवों में ही ओपीडी, जाँच घर, टीकाकरण और दवाइयों की सुविधा मिलने से मरीजों को स्थानीय स्तर पर इलाज मिल सकेगा। इससे न सिर्फ मरीजों का समय बचेगा, बल्कि शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर पड़ने वाला दबाव भी घटेगा।
बताते चलें कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के लिए अलग भवन बनाने की कोशिश पिछले तीन साल से चल रही थी। अब जाकर यह योजना धरातल पर उतरने जा रही है। हर सेंटर के निर्माण पर 55 लाख रुपये खर्च होंगे, और इसकी मंजूरी स्वास्थ्य विभाग से मिल चुकी है। जल्द ही सभी जगहों पर निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। इन सेंटर्स में जाँच, ओपीडी, टीकाकरण और अन्य सुविधाओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी, जिससे मरीजों को एक ही छत के नीचे सारी सेवाएँ मिल सकें।