बिहार बदलाव यात्रा के तहत गोपालगंज के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रशांत किशोर, पहले दिन चार जनसभाओं को किया संबोधित छपरा और सीवान पहुंचे तेजस्वी यादव ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से हर संभव मदद का किया वादा BIHAR: मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट से होगी आपूर्ति बिहार में MSP पर दलहन-तेलहन खरीद के लिए नई व्यवस्था होगी लागू, बाजार मूल्य की अनिश्चितता से किसानों को मिलेगी राहत Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान
14-Mar-2025 09:26 PM
By HARERAM DAS
Bihar News : बेगूसराय की सड़कों पर आज सुबह मौत दौड़ पड़ी। मोहनपुर के 75 साल के रामचंद्र सिंह चाय की चुस्की लेने के बाद घर को लौट रहे थे। SH-55 पर, पुस्तकालय के पास, इस दौरान वो सड़क पार कर ही रहे थे कि एक तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी जिसकी वजह से अब वे इस दुनिया को अलविदा कह चुके।
इस बेहद दर्दनाक घटना के बाद उनके बेटे संजय ने बताया, “पापा मोहनपुर चौक से चाय पीकर आ रहे थे। राजौरा की ओर से आई बाइक ने टक्कर मार दी।” गाँव वाले दौड़े, उन्हें सदर अस्पताल ले गए, मगर उन्हें बचा नहीं पाए। रामचंद्र जी की सांसें थम गई थीं और वो चाय उनके जीवन की आखिरी चाय बन गई।
जबकि दूसरी ओर बाइक सवार, नीमा चंदपुरा का रामनंदन सदा, भी इस हादसे का शिकार बना। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वो भी गंभीर रूप से घायल हो गया। सदर अस्पताल के ICU में उसकी जिंदगी अधर में लटकी है। डॉक्टर कहते हैं कि हालत अभी नाजुक है।
होली के इस प्यारे पर्व में रामचंद्र के घर में रंगों की बातें हो रही थीं। मगर अब वहाँ सिर्फ चीखें हैं। परिवार का हर कोना आंसुओं से भरा है। मुफस्सिल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, जांच शुरू की, घायल को अस्पताल भेजा। पर जो छूट गया, उसे कोई वापस नहीं ला सकता है।
बताते चले कि यह हादसा सिर्फ एक खबर नहीं है। ये उस तेजी की सजा है जो एक पल में सब छीन लेती है। सड़क पर पड़ी चप्पलें और गाँव की खामोशी आज बहुत कुछ कह रही हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि लोग इन घटनाओं के बावजूद सीख नहीं लेते हैं और आए दिन इसमें कई निर्दोष लोग अपने प्राण गवा देते हैं।