Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की अहम बैठक, मंत्री संजय सरावगी ने अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की अहम बैठक, मंत्री संजय सरावगी ने अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Train News: दो जोड़ी स्पेशल ट्रेनों के परिचालन अवधि में विस्तार, अब इस स्टेशन से चलेंगी ये तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनें Train News: दो जोड़ी स्पेशल ट्रेनों के परिचालन अवधि में विस्तार, अब इस स्टेशन से चलेंगी ये तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनें Bihar News: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार सरकार और पटना SSP को जारी किया नोटिस, दो सप्ताह में मांगा जवाब; क्या है मामला? Bihar News: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार सरकार और पटना SSP को जारी किया नोटिस, दो सप्ताह में मांगा जवाब; क्या है मामला? Security force action in kashmir: अचानक क्यों AK 47 और चाँद सितारा टैटू हटाने लगे कश्मीरी युवा ...वजह जानकर हो जायेंगे हैरान! Bihar News: दो बेटियों के साथ महिला ने ट्रेन के आगे लगाई छलांग, बिहार के इस स्टेशन पर मच गया हड़कंप Bihar News: दो बेटियों के साथ महिला ने ट्रेन के आगे लगाई छलांग, बिहार के इस स्टेशन पर मच गया हड़कंप Patna Crime News: पटना में 17 कट्ठा के प्लॉट पर कब्जा करने के लिए ताबड़तोड़ फायरिंग, जमीन मालिक की बाल-बाल बची जान; पुलिस और सीओ पर गंभीर आरोप
14-Mar-2025 09:26 PM
By HARERAM DAS
Bihar News : बेगूसराय की सड़कों पर आज सुबह मौत दौड़ पड़ी। मोहनपुर के 75 साल के रामचंद्र सिंह चाय की चुस्की लेने के बाद घर को लौट रहे थे। SH-55 पर, पुस्तकालय के पास, इस दौरान वो सड़क पार कर ही रहे थे कि एक तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी जिसकी वजह से अब वे इस दुनिया को अलविदा कह चुके।
इस बेहद दर्दनाक घटना के बाद उनके बेटे संजय ने बताया, “पापा मोहनपुर चौक से चाय पीकर आ रहे थे। राजौरा की ओर से आई बाइक ने टक्कर मार दी।” गाँव वाले दौड़े, उन्हें सदर अस्पताल ले गए, मगर उन्हें बचा नहीं पाए। रामचंद्र जी की सांसें थम गई थीं और वो चाय उनके जीवन की आखिरी चाय बन गई।
जबकि दूसरी ओर बाइक सवार, नीमा चंदपुरा का रामनंदन सदा, भी इस हादसे का शिकार बना। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वो भी गंभीर रूप से घायल हो गया। सदर अस्पताल के ICU में उसकी जिंदगी अधर में लटकी है। डॉक्टर कहते हैं कि हालत अभी नाजुक है।
होली के इस प्यारे पर्व में रामचंद्र के घर में रंगों की बातें हो रही थीं। मगर अब वहाँ सिर्फ चीखें हैं। परिवार का हर कोना आंसुओं से भरा है। मुफस्सिल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, जांच शुरू की, घायल को अस्पताल भेजा। पर जो छूट गया, उसे कोई वापस नहीं ला सकता है।
बताते चले कि यह हादसा सिर्फ एक खबर नहीं है। ये उस तेजी की सजा है जो एक पल में सब छीन लेती है। सड़क पर पड़ी चप्पलें और गाँव की खामोशी आज बहुत कुछ कह रही हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि लोग इन घटनाओं के बावजूद सीख नहीं लेते हैं और आए दिन इसमें कई निर्दोष लोग अपने प्राण गवा देते हैं।