ब्रेकिंग न्यूज़

समस्तीपुर में सरपंच के बेटे को मारी गोली, गंभीर हालत में डीएमसीएच रेफर नीतीश कुमार के शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे अमित शाह और जेपी नड्डा, बीजेपी नेताओं ने किया जोरदार स्वागत नीतीश के शपथ लेने से पहले ही बंपर बहाली की प्रक्रिया शुरू, सरकार ने जारी किया बड़ा आदेश, जानिये किन पदों पर होगी नियुक्ति? पटना के ए.एन. कॉलेज में गोल इंस्टीट्यूट का भव्य सेमिनार, NEET–JEE तैयारी पर विशेषज्ञों ने दिए खास टिप्स Bihar News: बिहार में शादी समारोह से लौट रहे युवक को बेलगाम वाहन ने रौंदा, चालक की तलाश जारी Patna Book Fair 2025: 5 से 16 दिसंबर तक गांधी मैदान में सजेगा 41वां पुस्तक मेला, 200 स्टॉल और 300 कार्यक्रम होंगे दीक्षांत समारोह से पहले मिथिला विश्वविद्यालय में छात्रों का प्रदर्शन, अंगवस्त्र की गुणवत्ता पर सवाल, कुलपति आवास का किया घेराव 10वीं बार CM पद की शपथ लेंगे नीतीश कुमार, हेलिकॉप्टर से गांधी मैदान पहुंचेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहरसा: हाईटेंशन तार की चपेट में आने से राजमिस्त्री की मौत, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप सोनपुर मेला 2025: पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बना स्वीस कॉटेज, उमड़ा जनसैलाब

Kho kho World Cup 2025: पिता बेचते हैं सब्जी, बेटी जीत ले आई वर्ल्ड कप, खो खो विश्व चैम्पियनशिप में बिहार की मोनिका ने किया कमाल

Kho kho World Cup 2025: बिहार के भागलपुर की रहने वाली मोनिका ने संसाधनों की कमी के बावजूद वह मुकाम हासिल कर लिया, जिसके लिए अच्छे-अच्छे तरसते हैं. खो खो वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में मोनिका ने भारतीय टीम के लिए 6 अंक हासिल कर टीम को जीत दिलाई.

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Tue, 21 Jan 2025 03:49:36 PM IST

Kho kho World Cup 2025

बिहार की बेटी ने किया कमाल - फ़ोटो google

Kho kho World Cup 2025: बीते 19 जनवरी को खेले गए खो खो वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया था। 38 पॉइंटस के बड़े अंतर से नेपाल को हराकर भारतीय महिला टीम खो-खो में वर्ल्ड चैम्पिन बन गई थी। टीम में बिहार की एक बेटी भी शामिल थी, जिसने कम संसाधनों के बावजूद देश और अपने राज्य का नाम रोशन करने का काम किया है।


दरअसल, दिल्ली में पिछले दिनों आयोजित खो खो विश्व चैम्पियनशिप में भागलपुर के नवगछिया की रहने वाले विनोद साह की बेटी मोनिका ने अपना दम दिखाया था। 11 नंबर की जर्सी पहनी मोनिका ने भारतीय टीम के लिए 6 अंक हासिल किए थे। बेहद गरीब परिवार से आने वाली मोनिका ने कभी भी खेल के बीच अपनी आर्थिक समस्या को नहीं आने दिया और निरंतर प्रयास करती रहीं और आखिरकार वह मुकाम हासिल किया जिसको हासिल करने के लिए अच्छे-अच्छे लोग तरसते हैं।


मोनिका के पिता विनोद साह बताते हैं कि सब्जी बेचकर वह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। एक कमरे के मिट्टी के मकान में पूरा परिवार रहता है। विनोद भावुक होकर कहते हैं कि उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह बेटी के लिए अच्छे जूते ला सकें जिसके कारण वह नंगे पैर मैदान में खेलती थी लेकिन आखिरकार उसने वह मुकाम हासिल कर लिया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी आज देश का नाम रोशन कर रही है, यह देखकर काफी खुशी हो रही है। 


वहीं मोनिका की मां जुदा देवी ने बताया कि मोनिका बचपन से ही खेल में काफी आगे थी और देश के लिए खेलने का उसका सपना था। अक्सर कहा करती थी कि देश के लिए खेलूंगी लेकिन गरीबी के कारण आगे बढ़ने में काफी परेशानी होती थी। किसी तरह से पढ़ा लिखाकर आगे बढाया। उन्होंने बताया कि उनके घर में टीवी नहीं है। मैच हो रहा था तो दूसरे के घर जाकर टीवी देख रहे थे। अपनी बेटी को गली में खेलते देखती थी लेकिन उसे टीवी पर खेलता देखकर सीना चौड़ा हो गया।