ब्रेकिंग न्यूज़

education department inquiry : समस्तीपुर में शिक्षक पर छात्र को पीटने का आरोप, स्टूडेंट का हाथ टूटा; मचा बवाल road accident in patna : तेज रफ्तार हाइवा ने ली एक की जान, चार गंभीर; सुबह-सुबह फोरलेन पर मचा हड़कंप Bihar News: बाबर का कोई भी 'औलाद' बाबरी मस्जिद नहीं बना सकता...बिहार के डिप्टी CM विजय सिन्हा का खुला ऐलान... Darbhanga AIIMS : दरभंगा एम्स में कब से शुरू होगी पढ़ाई, निर्माण में लगेगा कितना वक्त; निदेशक ने दी पूरी जानकारी Bihar Model Strategy : बिहार जीत के बाद बीजेपी का ‘थैंक्यू डिनर’: स्पेशल 45 नेताओं का सम्मान, आगे की रणनीति पर होगी चर्चा Wedding Postponed: "प्री-वेडिंग, हल्दी-मेहंदी...", क्यों टूटी पलाश मुच्छल और स्मृति मंधाना की शादी, आई असली वजह सामने IRCTC होटल करप्शन केस: राबड़ी देवी की ट्रांसफर याचिका पर कोर्ट का नोटिस, इस दिन होगी अगली सुनवाई Bihar Train: रेलयात्रियों के लिए बड़ी खबर, यात्रा से पहले जान लें किन नियमों में हो गया बदलाव; कुछ ट्रेनें भी हुई रद्द Bihar Nasha Mukti : : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारवासियों को हर प्रकार के नशे से दूर रहने का दिया संदेश,कह दी यह बातें Bihar elevated road : दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड का कितना हुआ काम..आवागमन कब होगा शुरू? देखने को CM नीतीश खुद पहुंच गए...

Pausha Putra Ekadashi: पौष पुत्रदा एकादशी आज, संतान प्राप्ति और सुख-समृद्धि का विशेष व्रत

पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। यह व्रत संतान सुख, पापों के नाश और मोक्ष प्राप्ति के लिए किया जाता है। पौष शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाने वाला यह पर्व भगवान विष्णु को समर्पित है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 10 Jan 2025 07:50:11 AM IST

Pausha Putra Ekadashi

Pausha Putra Ekadashi - फ़ोटो Pausha Putra Ekadashi

Pausha Putra Ekadashi: पौष पुत्रदा एकादशी हिंदू धर्म में एक अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे संतान सुख और परिवार की समृद्धि के लिए किया जाता है। इसे वैकुंठ एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से न केवल पापों का नाश होता है, बल्कि मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। इस पावन व्रत का पालन करने वाले भक्तों को संतान सुख, धन-धान्य और जीवन में उन्नति का वरदान प्राप्त होता है।


व्रत और पूजा विधि

प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें।

भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित कर पंचामृत, तुलसी, फल, फूल, धूप-दीप आदि से पूजन करें।

पुत्रदा एकादशी व्रत कथा का पाठ करें और विष्णु आरती करें।

रात्रि में जागरण करें और अगले दिन दान-पुण्य के साथ व्रत का पारण करें।


महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त

पुत्रदा एकादशी व्रत पारण का समय: 11 जनवरी, सुबह 7:15 बजे से 8:21 बजे तक।

पूजा का शुभ मुहूर्त: 10 जनवरी, सुबह 7:15 बजे से दोपहर 2:37 बजे तक।


ध्यान देने योग्य बातें

इस दिन सफेद वस्त्र पहनकर और इत्र लगाकर पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

काले वस्त्र पहनने और विष्णु भगवान को कटु पदार्थ अर्पित करने से बचें।

लक्ष्मी जी की पूजा से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।


पुत्रदा एकादशी का लाभ

पौष पुत्रदा एकादशी के व्रत से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। यह व्रत उन लोगों के लिए विशेष रूप से फलदायी है जो संतान सुख की कामना रखते हैं। इस व्रत से मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

इस शुभ अवसर पर भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त करें और अपने परिवार के सुख-समृद्धि के लिए यह व्रत पूर्ण श्रद्धा और विधि-विधान से करें।