1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Sun, 28 Dec 2025 01:02:31 PM IST
बिहार में सियासी घमासान - फ़ोटो Google
Bihar Politics: केंद्र और बिहार की सत्ता में साझेदार उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा में मचे घमासान को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। इसको लेकर पक्ष और विपक्ष को नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। आरजेडी ने कहा है कि यह सारा खेल नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी से बेदखल करने के लिए खेला जा रहा है।
दरअसल, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बेटे को बिहार सरकार का मंत्री बनाए जाने के बाद पार्टी के चार में से तीन विधायकों ने बगावत कर दिया है और पार्टी नेतृत्व पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है। तीन बागी विधायकों ने बीते दिनों बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है।
विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी कुशवाहा की पार्टी को तोड़कर सीएम नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने का खेल रच रही है। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कुर्सी से बेदखल करने की तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि बीजेपी उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के तीन विधायक को तोड़ने में लगी हुई है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा को तोड़ने के बाद बीजेपी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाकर अपना मुख्यमंत्री बनाएगी।
आरजेडी के इस आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है। भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि एनडीए बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। आरएलएम में जो हो रहा है वह उसका आंतरिक मामला है। हम विश्वास करते हैं की पार्टी के कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों के भावनाओं का सम्मान होना चाहिए।
वहीं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रवक्ता राम पुकार सिंहा ने पार्टी के अंदर मचे घमासान पर कहा कि हमारी पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के तीनों विधायक माधव आनंद, रामेश्वर कुमार महतो और आलोक कुमार सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन से सिर्फ एक शिष्टाचार मुलाकात की थी।
उन्होने कहा कि जहां तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा अपने आवास पर लिट्टी-चोखा का जो भोज किए थे, उसमें तीनों विधायक किसी कारणवश बाहर थे इसलिए नहीं पहुंच पाए थे। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के सभी विधायक पूरी तरह से इंटेक्ट हैं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा की कोशिश है कि पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाकर NDA गठबंधन का मज़बूत हिस्सा बने।