Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला एक बोरी सिक्का लेकर बेटी को स्कूटी दिलाने पहुंचा पिता, शोरूम के कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में चेकिंग के दौरान CRPF जवानों और दारोगा के परिवार के बीच मारपीट, बीच सड़क पर खूब चले लात-घूंसे; वीडियो वायरल Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 20 Feb 2025 02:24:42 PM IST
जीत का मंत्र - फ़ोटो GOOGLE
Bihar Politics: बिहार कांग्रेस के प्रभारी की जिम्मेदारी मिलने के बाद कृष्णा अल्लावरु गुरुवार (20 फरवरी) को पहली बार पटना पहुंचे. पटना हवाई अड्डा पर पहुंचने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया.वही बिहार कांग्रेस प्रभारी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत मंत्र दिया। अपने संघर्ष की कहानी सुनाते हुए कार्यकर्ताओं को मेहनत और एकजुटता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भले ही बिहार में कांग्रेस की सरकार वर्षों से न हो, लेकिन पार्टी का झंडा आज भी मजबूती से लहरा रहा है।
संघर्ष की दास्तान से कार्यकर्ताओं को किया प्रेरित
बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने अपनी राजनीतिक सफर का जिक्र करते हुए बताया कि उनके परिवार में राजनीति में कोई नहीं था। जब वे राजनीति में आए तो उन्हें दरवाजे-दरवाजे भटकना पड़ा। किसी से मिलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार आगे बढ़ते रहे। उन्होंने बताया कि 2015 में पार्टी ने उन्हें पंजाब में काम करने का निर्देश दिया, जहां उन्होंने गाँव-गाँव और वार्ड-वार्ड जाकर कार्य किया। नतीजतन, पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनी। इसके बाद उन्हें गुजरात भेजा गया, जहां उन्होंने दस महीने तक काम किया। हालांकि, वहां थोड़े से मार्जिन से कांग्रेस सरकार बनाने से चूक गई।
मेहनत करने वालों को मिलेगा संगठन में स्थान
कांग्रेस प्रभारी ने साफ शब्दों में कहा कि जो कार्यकर्ता मैदान में संघर्ष करता है और खून-पसीना बहाता है, उसे संगठन और टिकट वितरण में प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भी संगठन की कमियों को दूर करने की बात कही है। उन्होंने बिहार के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे खुलकर मेहनत करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी का भविष्य सदाक़त आश्रम में नहीं, बल्कि मैदान में तय होगा।
गुटबाजी करने वालों पर होगी कार्रवाई
प्रभारी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि मतभेद हर जगह होते हैं, लेकिन अगर कोई गुटबाजी लक्ष्मण रेखा पार करती है, तो ऐसे लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा, "बिहार में हमें हर हाल में जीत हासिल करनी है। कोई भी कितना भी बड़ा बाहुबली क्यों न हो, अकेले चुनाव नहीं जीत सकता। हमें संगठित होकर लड़ना होगा।"
बिहार का जल्द करेंगे दौरा
कांग्रेस प्रभारी ने घोषणा की कि वे आने वाले हफ्तों में बिहार का दौरा करेंगे और अब पटना में कम, फील्ड में ज्यादा नजर आएंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देते हुए कहा, "लड़ेंगे, जीतेंगे।"कांग्रेस को कांग्रेस ही हरा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हराने की ताकत किसी भी विपक्षी दल में नहीं है, लेकिन अगर कांग्रेस नेता खुद अंदरूनी कलह में उलझे रहे, तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि दिल्ली के चक्कर काटना छोड़ दो..पटना को चक्कर काटना छोड़ दो। गांव-गांव, पंचायत, वार्ड में जाओ क्यों कि यहां की तीजोरी की चाबी वही पर है। अब बिहार के गांव, पंचायत, वार्ड में जाएंगे और संघर्ष करेंगे। मैं खुद पूरे बिहार का दौरा करने जा रहा हूं।